हमीरपुर,11 जुलाई : उत्तरी भारत के प्रसिद्ध सिद्धपीठ बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में पिछले रविवार को जिस तरह से श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी थी। उससे मंदिर में फैली अव्यवस्थाएं उजागर हुई थीं। मंदिर में अव्यवस्था के कारण कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ी थीं और जिस गेट से श्रद्धालु अंदर जा रहे थे उसी गेट से बाहर आ रहे थे। उसी से सबक लेते हुए मंदिर प्रशासन ने बिना परमिट के गाड़ियों को मंदिर गेट तक ले जाने में रोक लगा दी है। वहीं मंदिर में 28 होमगार्ड पुलिस के जवानों के साथ मंदिर में व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करेंगे।

दियोटसिद्ध मंदिर प्रशासन ने निर्णय लिया है कि शनिवार व रविवार के दिन 28 होमगार्ड्स के जवान पुलिस कर्मचारियों के साथ मिलकर व्यवस्था को संभालेंगे। पुलिस चौकी दियोटसिद्ध में रिपोर्ट करने के बाद इनकी ड्यूटी बैरियर नंबर 1 व गेट नंबर 2 के अलावा 3 के साथ अन्य स्थानों पर लगाई जाएगी। मंदिर न्यास द्वारा निर्णय लिया गया है कि बिना परमिट के कोई भी गाड़ी ऊपर नहीं आएगी। गाडिय़ों की चैकिंग का जिम्मा अब पुलिस के साथ होमगार्ड के जवान भी संभालेंगे।
पिछले रविवार गाड़ियों की वजह से जाम की स्थिति बन गई थी। यहां तक कि श्रद्धालुओं को भी बाबा बालक नाथ गुफा के दर्शन करने के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। इसी के चलते न्यास द्वारा सुरक्षा व्यवस्था व ट्रैफिक व्यवस्था को संभालने के लिए होमगार्ड्स की तैनाती की गई है।
]रविवार के दिन होती है श्रद्धालुओं की भारी भीड़
रविवार के दिन दियोटसिद्ध मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होती है, जिसके चलते श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मंदिर प्रशासन ने यह निर्णय लिया है। हालांकि शनिवार को ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो जाता है और रविवार को और श्रद्धालु आने के कारण भीड़ बढ़ जाती है। मंदिर अधिकारी अजय कुमार सिंह के अनुसार होमगार्ड के 28 जवान पुलिस के साथ मिलकर एंट्री व एग्जिट गेट पर सेवाएं देंगे तथा कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने में भी सहयोग करेंगे। उन्होंने बताया कि अब बिना परमिट के किसी भी गाड़ी को नहीं आने दिया जाएगा।