ऊना,10 जुलाई : वन विभाग ने बंगाणा उपमंडल के जसाना पंचायत के ऐसन गांव से एक घायल तेंदुए का रेस्क्यू किया है। पानी पीने के लिए गांव में बनाई एक बावड़ी में घुसा तेंदुआ वहां जालीनुमा दरवाजे में कैद हो गया।

ग्रामीणों ने तुरंत वन विभाग के अधिकारियों को इस बारे सूचित किया। मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने तेंदुए को ट्रेंकुलाइज गन का इस्तेमाल कर बेहोश होने के बाद पिंजरे में डाला। चिकित्सकीय परीक्षण के लिए मुख्यालय के नजदीक बरनोह स्थित क्षेत्रीय पशु चिकित्सालय ले जाया गया। तेंदुए के दोनों पिछले पैर बुरी तरह से घायल अवस्था में थे, इसके अलावा उसके शरीर पर कई जगह पर हुए घाव के कारण उसे कीड़े पड़ चुके थे। चिकित्सकों ने तेंदुए के घाव को पूरी तरह से साफ कर मरहम पट्टी की।
शनिवार सुबह तेंदुआ पानी की तलाश में बावड़ी तक पहुंच गया। बावड़ी में पानी पीते-पीते नाटकीय घटनाक्रम के दौरान तेंदुआ वहां पर जालीनुमा दरवाजे के चलते बावड़ी के अंदर ही फंस गया।
स्थानीय लोगों ने जब तेंदुए को बावड़ी में फंसा हुआ देखा तो फौरन वन विभाग को घटना की जानकारी दी गई। वन विभाग की टीम में शामिल चिकित्सकों के दल ने मौके पर पहुंचकर तेंदुए को ट्रैंकुलाइजर गन से बेहोश कर उसे पशु चिकित्सालय बरनोह लाया गया। बेहोशी की हालत में तेंदुए की मरहम पट्टी की गई। शरीर पर कई जगह घावों में पड़े कीड़े तक निकाल कर बाहर किए गए।
डीएफओ मृत्युंजय माधव का कहना है कि तेंदुए को सफलतापूर्वक रेस्क्यू कर लिया गया है। इसे आगामी कुछ दिनों तक पशु चिकित्सकों की निगरानी में रखा जाएगा, जबकि उपचार पूर्ण होने के बाद इसे वापस जंगल में छोड़ दिया जाएगा।