रिकांगपिओ, 9 जुलाई : राजा वीरभद्र सिंह जी के निधन पर शुक्रवार को देहरादून स्थित देछेन छोखोर बौद्ध मठ में नेगी लामा संघ एवं लामाओं द्वारा शोक सभा का आयोजन किया गया। इस शोक सभा मे बौद्ध धर्म गुरु परमपावन श्रदेह श्री छोईगन रिनपोछे जी ने राजा साहब के जीवन पर विस्तार के संबोधित किया और मंत्रोच्चारण के द्वारा उन के आत्मा की शान्ति के लिए दीप जला कर प्रार्थना किया गया।
परमपावन रिन्पोछे जी ने कहा कि राजा वीरभद्र सिंह जी राज्य तथा राष्ट्र के बड़े नेता रहे हैं। मुझे भी बचपन से अनेकों बार उन के संपर्क में रहने का अवसर मिला है, जिसके लिए मैं अपने आप को सौभाग्यशाली समझता हूं। राजा साहब न केवल राजनीति के क्षेत्र में, बल्कि सामाजिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक क्षेत्र में भी प्रमुख रहे हैं, किन्नौर में तो कई बौद्ध ग्रंथों में रामपुर बुशैहर राजा व किन्नौर राजा के नाम से समापन किया गया है।
उन्होंने यह भी अनुरोध किया कि पूर्व मुख्यमंत्री जी के जीवन को हमें अपने जीवन में मार्गदर्शन के संदर्भ से लें, साथ में बुद्ध मंत्र तथा प्रार्थना पाठ के साथ श्रद्धासुमन अर्पित भी किए गए।