शिमला /नाहन, 6 जुलाई : प्रदेश के सरकारी स्कूलों में 1341 कंप्यूटर शिक्षक नीति का फैसला न होने से शिक्षक असमंजस में हैं। ये हालत तब है, ज़ब इन्हें 20 साल सरकारी स्कूल में सेवा देते हो गए हैं। दिन माह का सेवा विस्तार 30 जून को ख़त्म हुआ है। शिक्षा विभाग अभी भी चुप है। ऐसे में न हाजरी लग पा रही है और न अभी विभाग जगा है।

कंप्यूटर शिक्षक संगठन के प्रदेश अध्यक्ष हेतराम ठाकुर, सचिव अश्वनी शर्मा व जिला अध्यक्ष ठाकुर धनबीर सिंह ने कहा है कि एक तरफ मामला कोर्ट में है। दूसरी तरफ शिक्षक रोड पर आ गए हैं। छात्र हित में कंप्यूटर शिक्षक स्कूल में अगर आए हैं, तो वो हाजिरी लगाने के हक़दार भी नहीं हैं। ऐसी हालत 20 साल की सेवा के बाद है इससे हिमाचल में शिक्षा और कंप्यूटर शिक्षकों की हालत को समझा जा सकता है। अब शिक्षकों ने ऑनलाइन शिक्षा भी बंद करने की चेतावनी दी है।
स्कूल के सारे ऑनलाइन काम न करने पर विचार नहीं किया जाएगा। अब हैरानी की बात तो ये है की शिक्षा नीति मांग करते आए है, और सरकार कंपनी को तरहिज दे रही है, जबकि नायलेट कंपनी भरपूर रूप से शिक्षक का शोषण कर रही है ,ये सब सरकार अच्छी तरह से जानती है, एक और सरकार विभाग में शिक्षक के पद भरने की बात करती है ,जो लंबे समय से शिक्षा विभाग में कार्यरत हैं उनको पॉलिसी देकर राहत प्रदान नहीं करती ,ये कैसी रणनीति है सरकार की , सरकार को सब कुछ पता होते हुए भी मूकदर्शक बनी हुई है।
कंप्यूटर शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष ने हैरानी जताई है कि 1341 शिक्षक परिवारों को मानसिक , आर्थिक रूप से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है जिसकी जिम्मेवारी सरकार की बनती है। ज़ब शिक्षक अपने जीवन के 20 साल स्कूलों में दे चुके है और सभी वर्गो के शिक्षकों को वर्तमान सरकार ने राहत दी है फिर कंप्यूटर शिक्षकों से ही सौतेला व्यवहार क्यों दूसरी ओर बजट सत्र में प्रति 500 रुपए वेतन वृद्धि हुए थी वो तक नही मिल रहा है ,जब की दूसरी कैटेगरी को अप्रैल से मिलना शुरू हो चुका है।
कंप्यूटर शिक्षकों के ईपीएफ में बहुत बड़ा घपला है। प्रदेश व जिला शिक्षक सरकार से मांग करते है की सरकार मानवीय दृष्टिकोण के आधार पर उनको भी नियमितीकरण के तहत सरकार अपने अधीन करे। शिक्षकों के विभिन्न वर्गों के मसले सुलझाने के लिए बनी 11 सदस्य कमेटी में शामिल करके कंप्यूटर शिक्षक को नियमित किया जाए। कंपनी को बार-बार एक्सटेंशन नही दी जाए।
कोविड काल में अध्यापकों की भूमिका सराहनीय आईटी एजुकेशन को जन्म और मजबूत इन शिक्षक के द्वारा किया गया है, आज प्रदेश में जो आईटी एजुकेशन चल रही है , इसमें शिक्षकों की अहम भूमिका रही है। 1341 कंप्यूटर शिक्षक को प्रदेश की सरकार पर पूर्ण विश्वास है की सरकार शीघ्र व शीघ्र उचित निर्णय लेकर राहत प्रदान करेगी।
जिला कमेटी मेंबर, भारत राणा उप प्रधान, शमशेर राणा सचिव,दिनेश कुमार, कोषाध्यक्ष, प्रकाश राणा, भगत राणा, सूर्या, हरिचंद , सीनियर एडवाइजर, रवि दत्त शर्मा ,अमर भारद्वाज,संजय तोमर ,करतार सिंह,जितेंद्र, जोगिंदर सिंह , इंदर, श्रवण , यशवंत, चंद्रसेन शर्मा, प्रोमिला, अभिलाषा ,किरण, सीता तोमर, बबीता तोमर ,सुदेश तोमर, विजय लक्ष्मी,ज्योति , निर्मला , आरती, अर्चना प्रीति, एवं नीलम आदि उपस्थित थे।