नाहन, 6 जुलाई : धारटीघार को सैनधार से जोड़ने वाली जमटा-महीपुर मार्ग पर चाकली की ढांक में सड़क को क्यों पक्का नहीं किया जाता, ये एक सस्पेंस है। ग्रामीणों की मानें तो इस बाबत मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर भी शिकायत की गई थी। इसके बाद केवल एक एसडीओ का फोन आया, बात खत्म कर दी गई।

सवाल इस बात पर उठता है कि जब सड़क के अधिकांश हिस्से को पक्का कर दिया गया है तो बीच-बीच में छोटे-छोटे टुकड़े क्यों छोड़े गए हैं। ग्रामीणों की मानें तो सड़कों के किनारे बनाए गए पैराफिट की गुणवत्ता भी सही नहीं है। विभाग की टीम को इसका निरीक्षण करना चाहिए।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में ग्रामीणों का कहना था कि बारिश के मौसम में सड़क के बीचोंबीच कीचड़ हो जाता है। इससे दोपहिया वाहनों को खासी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। कृषि व बागवानी में अपनी अलग पहचान रखने वाले सैनधार क्षेत्र के लोग भी इसी मार्ग का इस्तेमाल करते हैं।
धारटीधार व सैनधार को जलाल नदी अलग-अलग हिस्सों में बांटती है। नदी पार का इलाका उपजाऊ इस कारण भी है, क्योंकि पानी की कोई कमी नहीं है। सूबे के 6 बार मुख्यमंत्री रह चुके वीरभद्र सिंह ने जमटा-महीपुर मार्ग पर लोकापर्ण लंबे अरसे पहले किया था। कुल मिलाकर ग्रामीणों ने सड़क की गुणवत्ता को तुरंत सही करने की मांग उठाई है।