बिलासपुर, 6 जुलाई : गोविन्द सागर में गत 2 जुलाई को आए तूफान से डूबे बोट व उसके चालक का 5 दिन बाद भी कोई पता नहीं चलने से परेशान हुए परिजनों के एक प्रतिनिधिमंडल ने पंचायत उपप्रधान प्रभात सिंह चंदेल की अगुवाई में डीसी को ज्ञापन दिया। इस अवसर पर लापता प्रदीप कुमार के पिता जगदीश राम भी मौजूद रहे। ज्ञापन में कहा गया है कि संबंधित व्यक्ति को पहले ग्रामीणों ने अपने स्तर पर ढूंढने का प्रयास किया लेकिन जब कोई पता नहीं चला तो स्थानीय प्रशासन को इसकी सूचना दी।

ज्ञापन में कहा गया है कि प्रशासन ने होमगार्ड व बीबीएमबी के गोताखोरों को संबंधित बोट चालक को ढूंढने के लिए बुलाया तथा बीबीएमबी के गोताखोरों ने उसे ढूंढने का प्रयास किया, लेकिन बीबीएमबी के गोताखोर केवल 80 फुट गहरे पानी तक ही जा सकते हैं। जिस कारण स्थानीय प्रशासन ने एनडीआरएफ के गोताखोरों को उसे ढूंढने के लिए बुलाया।
उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ के गोताखोर पिछले 3 दिनों से लापता बोट चालक प्रदीप व बोट को ढूंढने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन अभी तक प्रदीप व बोट का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। जिस कारण हर दिन प्रदीप के मिलने की आस लेकर गोविन्द सागर के किनारे आने वाले उसके परिजनों के सब्र का बांध टूटने लगा है।
उन्होंने डीसी को बताया कि एनडीआरएफ के गोताखोरों के पास भी केवल 30-40 फुट गहरे पानी तक जाने के ही उपकरण हैं जबकि जहां पर बोट डूबने की आशंका जाहिर की जा रही है वहां पर गोविन्द सागर की गहराई 180-200 फुट तक बताई जा रही है। ऐसे में संबंधित गोताखोरों से प्रदीप का सुराग लगाए जाने की आस करना ठीक नहीं है। इससे समय ही बर्बाद हो रहा है और गोविन्द सागर का जलस्तर दिन प्रति दिन बढ़ रहा है।
उन्होंने डीसी से आग्रह किया है कि लापता प्रदीप कुमार व बोट को ढूंढने के लिए उन गोताखोरों को बुलाया जाए जोकि 200 से 250 फुट गहरे पानी में जाने की क्षमता रखते हों। इसके लिए जिला प्रशासन सेना की मदद ले ताकि समय पर लापता प्रदीप का पता चल सके। लापता प्रदीप कुमार के पिता ने बताया कि उसकी शादी करीब 4 वर्ष पहले हुई थी तथा उसकी दो बेटियां हैं, जिसमें से एक की आयु डेढ़ वर्ष तो दूसरी की डेढ़ महीना है। उन्होंने बताया कि उसकी पत्नी, बेटी की हालत बहुत खराब है।
उन्होंने जिला प्रशासन से गुहार लगाते हुए कहा कि उसके बेटे की तलाश करने के लिए उन गोताखोरों को बुलाया जाए, जो कि कम से कम 250 फीट गहरे पानी में जा सकते हों। उन्होंने बताया कि प्रशासन की तरफ से मदद मिल रही है लेकिन इसका कोई फायदा अभी तक नहीं हुआ है। इस अवसर पर जगबी राम, मुस्ताक सिंह, नरेंद्र पुरी, रणजीत सिंह, केहर सिंह व कुलवीर भडोल भी मौजूद रहे।