नाहन, 4 जुलाई : सिरमौर में वनरक्षकों की भर्ती को लेकर वनवृत्त नाहन द्वारा अधिसूचना जारी की गई है। आप ये जानकर हैरान हो जाएंगे कि इसमें सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों के लिए एक भी पद नहीं है। इस भर्ती प्रक्रिया में आर्थिक कमजोर वर्ग (EWS) व ओबीसी के लिए भी कोई पद नहीं है। अनुसूचित जाति के अलग-अलग वर्गों में 8 पद हैं, जबकि अनुसूचित जनजाति में 3 पदों को आरक्षित किया गया है।

आरोप ये भी है कि पहले 20 पदों के लिए घोषणा की गई थी, लेकिन अब इस संख्या को घटाकर 13 कर दिया गया है। एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में भर्ती का इंतजार कर रहे युवाओं ने कहा कि उन्हें इस बात की भी आशंका है कि सिरमौर के कोटे के 7 पदों को किसी उस जिला को दे दिया गया होगा, जहां का राजनीतिक प्रभुत्व अधिक होगा।
उल्लेखनीय है कि करीब 3-4 साल पहले भी वनरक्षकों की भर्ती में ऐसा ही कारनामा हुआ था। उस समय भी एमबीएम न्यूज नेटवर्क की खबर के बाद अधिसूचना को संशोधित कर सामान्य वर्ग के लिए भी पद अधिसूचित किए गए थे। इस बार 13 पदों में अनुसूचित जाति के लिए एक पद आरक्षित हुआ है, जबकि भूतपूर्व सैनिकों के अलग-अलग उपवर्गों में 6 पद अधिसूचित किए गए हैं। इसी तरह अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखने वाले आईआरडीपी उम्मीदवारों के लिए तीन पद आरक्षित किए गए हैं।
हिमाचल प्रदेश गृहरक्षक कोटे से अनुसूचित जनजाति के लिए एक पद तय हुआ है। स्पोर्ट्स कोटे के लिए एक पद रखा गया है। कमाल की बात ये भी है कि सामान्य वर्ग के साथ-साथ आर्थिक रूप से कमजोर उम्मीदवारों के लिए भी कोई पद नहीं रखा गया है। 100 अंकों की भर्ती प्रक्रिया में लिखित परीक्षा 85 अंकों की होगी, जबकि मूल्यांकन मापदंड 15 अंकों का तय हुआ है।
बड़ा सवाल ये भी है कि जब वनरक्षकों के लिए शारीरिक दक्षता भी अहम है तो इसके अंक क्यों नजर अंदाज किए गए हैं। दिलचस्प बात यह भी है कि इस अधिसूचना पर वन अरण्यपाल ने 3 जुलाई 2021 को हस्ताक्षर किए हैं, जबकि इस पर 5 जुलाई 2021 की तिथि अंकित है। खैर, इसे त्रुटि भी माना जा सकता है, लेकिन वनरक्षकों के पदों की भर्ती की बाट जोह रहे युवाओं में तिथि को लेकर भी चर्चा है।
बता दें कि आवेदन की अंतिम तारीख 19 अगस्त तय की गई है। रविवार होने की वजह से एमबीएम न्यूज नेटवर्क को वन विभाग का पक्ष हासिल नहीं हुआ है, मिलने पर इसे प्रकाशित किया जा सकता है। कुल मिलाकर वन विभाग के आरक्षण रोस्टर पर सवाल उठ खड़े हुए हैं।