शिमला, 04 जुलाई : हिमाचल में 4-5 दिन के भीतर दो मामले सामने आए, जो पर्यटकों की आमद से जुड़े हुए थे। पहले मामले में सूबे की राजधानी शिमला में पुलिस कर्मी द्वारा एक पर्यटक को थप्पड़ जड़ दिए गए। इसको लेकर खाकी को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। यहां तक कि घटना के बाद एसपी मोहित चावला ने पुलिसकर्मी को लाइन हाजिर कर दिया। इसी बीच मंडी शहर में पंजाब की लग्जरी गाड़ी फॉर्च्यूनर में सवार पर्यटकों ने इस कद्र कोहराम मचाया कि तलवार से युवक की उंगली ही काट दी।

मंडी, कुल्लू व लाहौल स्पीति पुलिस की संयुक्त कार्रवाई के बाद इन युवकों को लाहौल घाटी से हिरासत में ले लिया गया। इस मामले के बाद सोशल मीडिया में इस घटना को शिमला के थप्पड़ कांड से भी जोड़ा जा रहा है।
अब सोशल मीडिया का एक तबका इस बात का हिमायती हो गया है कि बाहरी राज्यों से आने वाले बेलगाम पर्यटकों को काबू करने के लिए अगर सख्ती दिखाई जाती है, तो कोई हर्ज नहीं।
अब यह फैसला आपको ही करना है कि क्या शिमला में पुलिस की सख्ती गलत थी। हाल ही में लाहौल घाटी से एक वीडियो भी सोशल मीडिया में जमकर वायरल हुआ था, जिसमें दिखाया जा रहा था कि कैसे पर्यटक पहाड़ों की खूबसूरती पर ग्रहण लगाने की कोशिश कर रहे हैं। सोशल मीडिया में एक यूजर ने लिखा ” पुलिस के हाथ खोल दो यकीन मानिये ये हुडदंगी जिदंगी में फ़िर से हुड़दंग करने बारे तक भी नहीं सोचेंगे” फेसबुक यूजर नरेंद्र लिखा ” पुलिस मारे तो पुलिस से दिक्कत,ये लातो के भूत बातो से नहीं मानते ” ।

एक पक्ष का ये भी कहना है कि पर्यटकों के प्रवेश के लिए कुछ नियम होने चाहिए, हिमाचल में प्रवेश करते ही वाहनों की सख्ती से तलाशी होनी चाहिए। ताकि वो हथियार लेकर दाखिल न हो सके। इसमें कोई दोराय नहीं है कि बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों के लिए पुलिस को फ्रेंडली होना चाहिए। लेकिन यह भी फैक्ट है कि सामने वाले व्यक्ति की बॉडी लैंग्वेज से भी पुलिस काफी कुछ पता लगा लेती है। देवभूमि पूरी तरह से अनलॉक हो चुकी है।
Watch Video : https://youtu.be/7Qua9KShoxo
वैश्विक महामारी के दौरान लंबे असे से घरों में कैद लोगों का रुख पहाड़ों की तरफ हो गया है। ये बात पहले ही जाहिर थी कि अनलॉक होते ही राज्य में पर्यटकों का सैलाब उमड़ सकता है।