संगड़ाह, 03 जुलाई : उपमंडल संगड़ाह की वादियों में ठंडे मौसम के चलते इन दिनों एक बार फिर मैदानी इलाकों व पड़ोसी राज्यों से काफी संख्या में सैलानी पहुंच रहे हैं। प्रदेश सरकार के आदेशानुसार क्षेत्र में मौजूद मंदिरों के कपाट खुलने से यूं तो यहां गुरुवार से ही बाहरी राज्यों के लोगों की आमद बढ़ गई हैं, मगर शनिवार को वीकेंड के चलते 200 के करीब वाहन हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, दिल्ली व चंडीगढ़ आदि से आए।

क्षेत्र में हालांकि हर साल दिसंबर से फरवरी माह तक हिमपात होने के दौरान बर्फ देखने के लिए पड़ोसी राज्यों से काफी संख्या में लोग पंहुचते है। मगर गत वर्ष से कोरोना कर्फ्यू के चलते सर्दियों में सैलानी नहीं पंहुचे। इस सप्ताह एक बार फिर मैदानी इलाकों में हो रही तेज गर्मी से निजात पाने के लिए सैलानी पंहुच रहे हैं। गर्मियों में मैदानी इलाकों में जहां तापमान 40 पार कर जाता है, वहीं उपमंडल संगड़ाह के चूड़धार, हरिपुरधार व आस-पास के हिमालय जंगलों में तापमान 25 डिग्री के आसपास रहता है।
रविवार को संगड़ाह में भी अधिकतम तापमान मात्र 26 डिग्री रहा। पड़ोसी राज्य हरियाणा के कई बाइकर्स शनिवार को बिना हेलमेट ड्राइविंग अथवा वाहन अधिनियम की अवहेलना करते भी नजर आए। कुछ लोग बिना मास्क व कोविड टेस्ट घूम रहे पड़ोसी राज्यों के लोगों से क्षेत्र में फिर से कोरोना संक्रमण की भी आशंका जता रहे हैं।
क्षेत्र में हालांकि विगत दो दशक से सैलानियों की संख्या लगातार बढ़ रही है, मगर यहां पर्यटन विकास के नेताओं व अधिकारियों के दावे खोखले साबित हो रहे है। संगड़ाह जिला सिरमौर का एकमात्र उपमंडल है. जो अब तक राज्य अथवा राष्ट्रीय उच्च मार्ग से नहीं जुड़ सका है। क्षेत्र की खस्ता हालत सड़कें स्थानीय लोगों के अलावा सैलानियों के लिए भी परेशानियों का सबब बन रही है। उपमंडल में साढ़े 8 बीघा में बनने वाले किंकरी देवी पार्क का निर्माण कार्य जहां दो साल बाद भी पूरा नहीं हो सका।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा 29, अप्रैल, 2013 को चुड़ेश्वर सेवा समिति के सम्मेलन में की गई उपमंडल के चूड़धार में हेलीपैड निर्माण व नौहराधार-चूड़धार सड़क मार्ग की घोषणाएं अब तक पूरी नहीं हो पाई। पिछले विधानसभा चुनाव में भी भाजपा-कांग्रेस दोनों दलों के उम्मीदवारों द्वारा क्षेत्र के पर्यटन विकास के वादे दोहराए गए।