चेन्नई/नई दिल्ली, 3 जुलाई : अक्सर ही आपने सुना होगा, कस्टम विभाग (Custom Department) द्वारा एयरपोर्ट (Airport) पर सोना (Gold) या फिर नशीले पदार्थ (Drugs) पकड़े गए हों। लेकिन इस बार चेन्नई के अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (International Airport) पर कुछ अलग हुआ। चैकिंग के दौरान पैकेट में से 107 मकड़ियां (Spiders) निकली। इसे देखकर हर कोई चौंक उठा। इसे पोलैंड (Poland) से तमिलनाडू (Tamilnadu) के रहने वाले एक शख्स को भेजा गया था।

खैर, इस मामले में किस तरह की कार्रवाई की जानी है, इसको लेकर पहले तो कस्टम विभाग को समझ नहीं आया। इसके बाद वाइल्ड लाइफ कंट्रोल ब्यूरो ऑफ इंडिया (Wild Life Control Bureau of India) व ज्यूलाॅजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (Zoological Survey of India) के वैज्ञानिकों (Scientists) से मदद ली गई। वैज्ञानिकों ने इस बात का खुलासा किया कि ये टेरेंटुला प्रजाति (Tarantula Spices) की मकड़ी है, जो मध्य अमेरिका (America) व मैक्सिकों (Mexico) में पाई जाती है। मकड़ी की ये प्रजाति सबसे खतरनाक (Dangerous) होती है।
बता दें कि पार्सल (Parcel) में कस्टम विभाग के अधिकारियों को पहले थर्माकोल (thermocol) का डिब्बा मिला। इसे खोलने पर पाया गया कि थर्माकोल के डिब्बे में प्लास्टिक की 107 छोटी शीशियों (small vials) में जिंदा मकड़ियां मौजूद थी। कस्टम विभाग के मुताबिक मकड़ियों के पार्सल को वापस पोलैंड भेजने का फैसला लिया गया। इसे एयरपोर्ट के डाक अधिकारियों (postal officers) को सौंप दिया गया।
भारत में मकड़ियों को विदेश व्यापार अधिनियम 1992 (Foreign Trade Act 1992) के तहत सीमा शुल्क अधिनियम 1962 (Customs Act 1962) के तहत जब्त किया गया था। अधिकारियों ने इसे मूल देश (origin country) में भेजने की सिफारिश की, क्योंकि भारत में ये आयात अवैध (Illegal Import)है। इसे भेजने के लिए विदेश व्यापार महानिदेशालय (Directorate General of Foreign Trade) से कोई भी लाइसेंस (License) नहीं लिया गया था।