शिमला, 01 जुलाई : हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम (HRTC) ने वीरवार को दिल्ली-लेह (Delhi-Leh) बस सेवा को बहाल (resumed) कर दिया है। केलांग से ये बस सुबह साढ़े 5 बजे लेह के लिए रवाना हो गई। देश की राजधानी (Capital) से ये सेवा 2 जुलाई को दोपहर अढ़ाई बजे से उपलब्ध हो जाएगी।

हालांकि मौसम खुलने के बाद हर साल बस को लंबे इंतजार के बाद बहाल किया जाता है, लेकिन वैश्विक महामारी (global pandemic) की वजह से गत वर्ष ये सेवा ठप रही थी। लिहाजा, अटल टनल (Atal tunnel) के बनने के बाद ये पहला मौका है, जब दिल्ली-लेह बस सेवा शुरू हुई है। अब ये बस रोहतांग दर्रे (Rohtang Pass) से नहीं गुजरेगी। टनल के बनने की वजह से 46 किलोमीटर की दूरी कम हो गई है। पहले ये दूरी 1072 किलोमीटर थी।
लगभग 21 महीने बाद ये सेवा बहाल हुई है। सड़क मार्ग के जरिए लेह जाने वाले अधिकांश पर्यटक (Tourists) मनाली से ही गुजरते हैं। एक मोटे अनुमान के मुताबिक अनलाॅक के बाद रोजाना औसतन 250 वाहन लेह की तरफ जा रहे हैं। देश की सबसे खतरनाक सड़क (Dangerous road) पर परिवहन सेवा उपलब्ध करवाने का गौरव केलांग डिपो को हासिल है। ये बस 16,500 फीट की ऊंचाई पर बारालाचा, 15,547 फीट नकीला, 17,480 फीट तंग लंग लाॅ व 16,616 फीट ऊंचे लांगचुंग लाॅ दर्रों को भी पार करती है।
निगम ने दिल्ली से लेह के सफर का किराया (Fare) 1548 रुपए निर्धारित किया है। इस सफर में यात्रियों को कई जगहों पर रुककर मनमोहक नजारे (beautiful scenery) देखने का भी मौका दिया जाता है। दीगर है कि निगम ने खतरनाक किलाड से चंबा सेवा को भी बहाल करने का फैसला लिया है। ये बस भी सांच पास से होकर चंबा पहुंचती है।
एक खास बात ये भी है कि हिमाचल पथ परिवहन निगम ने 27 जून 2021 को पहली बार मनाली-चंद्रताल रूट पर भी बस चलाने के लिए सफल ट्रायल (Successful trial) किया था। ये पहली बार होगा, जब निगम द्वारा मनाली से 110 किलोमीटर दूर चंद्रताल झील के लिए बस चलाई जाएगी। इसका किराया 248 रुपए निर्धारित हुआ है।