सुंदरनगर, 30 जून : क्या आपने सुना है, एक कुत्ते के पिल्ले को बचाने के लिए युवाओं की टोली खतरे (Life in danger) पर खेल जाए। ऐसा हिमाचल प्रदेश में हकीकत (Reality) में हुआ है। इसकी साक्षी (witness) देश की सबसे युवा जिला परिषद (बिलासपुर) की चेयरपर्सन (Chairperson) मुस्कान बनी है।

बरमाणा-डैहर संपर्क मार्ग के साथ लगती सतलुज नदी (Satluj River) के किनारे लगभग 200 फीट गहरी खाई (ढांक) में एक कुत्ते (Dog) का बच्चा (Puppy) पिछले तीन दिनों से भूखा प्यासा चिल्ला (Crying) रहा था। जैसे ही इसकी सूचना (Information) जिला बिलासपुर की जिला परिषद (Zilla Parishad) अध्यक्ष कुमारी मुस्कान को मिली तो वह अपने पिताजी के साथ तथा कुछ ग्राम पंचायत डैहर के कुछ जांबाज लोगों के साथ मौके पर पहुंची।
जांबाज (Brave) साथियों के साथ मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन (Rescue) चलाया। बड़ी मशक्कत के बाद कुत्ते (Dog) के पिल्ले को सकुशल (Safe) निकाल दिया गया। इस ऑपरेशन में खाई (Ditch) में उतरने के लिए रस्सियों (Ropes) की मदद ली गई। मामूली सी चूक रेस्क्यू ऑपरेशन के सदस्यों (Members) पर भारी पड़ सकती थी।
एमबीएम न्यूज़ नेटवर्क से बातचीत में कुमारी मुस्कान का कहना है कि ग्राम पंचायत डैहर के ललित कुमार, नरेश कुमार एवं हंसराज ने अपनी जान को जोखिम में डालकर रस्सी के सहारे सतलुज नदी के किनारे खाई में उतरे, वहां से कुत्ते के पिल्ले को सकुशलतापूर्वक बाहर निकाला।

कुमारी मुस्कान का कहना है कि वह स्वयं (Self) भी पशु एवं पक्षियों (Birds) से बहुत प्यार (Affection) करती है। उनका कहना है कि वह बचपन(Childhood) से ही अपने पिताजी के द्वारा घायल (Injured) गाय एवं बैलों की सेवा (Service) से प्रभावित थी। आज जो रेस्क्यू ऑपरेशन किया गया, उसे देख कर वह सभी लोगों से बहुत प्रभावित हुई।
देश की सबसे युवा जिला परिषद चेयरपर्सन मुस्कान ने रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल लोगों का आभार व्यक्त किया। रेस्क्यू ऑपरेशन में अमरजीत, राकेश कुमार डोगरा, अमित कुमार, रवि कुमार धीमान, हंसराज व प्रदीप पाटिल ने मुख्य भूमिका निभाई। दीगर है कि मुस्कान एक बीपीएल (Below Poverty Line) परिवार (Family) का हिस्सा रही है, लेकिन चेयरपर्सन (Chairperson) बनने के बाद उसे मानदेय (honorarium) मिलने लगा है, लिहाजा अब परिवार बीपीएल में शामिल नहीं है।