शिमला, 29 जून : हिमाचल प्रदेश में कमज़ोर पड़े मानसून में तेजी आने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने एक जुलाई से मानसून के सक्रिय होने की उम्मीद जताई है। दो व तीन जुलाई को मैदानी एवं पर्वतीय इलाकों में गरज-चमक के साथ मुसलाधार बारिश की चेतावनी दी गई है। लाहौल-स्पीति और किन्नौर को छोड़कर अन्य 10 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है।

मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि राज्य के अधिकतर हिस्सों में तीन जुलाई को भारी बारिश होने की आशंका है। दो से पांच जुलाई तक पूरे प्रदेश में मौसम खराब बना रहेगा। उन्होंने कहा कि 30 जून को प्रदेश में मौसम के साफ रहने के आसार हैं।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान से सूरज की तपिश झेल रहे मैदानी इलाकों को कुछ दिन राहत मिलने की उम्मीद है।इस बार मानसून ने निर्धारित समय से दो सप्ताह पहले प्रदेश में दस्तक दी थी। दक्षिणी-पश्चिमी मानसून 13 जून को प्रदेश में पहुंचा, लेकिन अब तक मानसून सामान्य से काफी कम वर्षा है। यही वजह है कि मैदानी भागों में लोगों को उमस का सामना करना पड़ रहा है। मंगलवार को प्रदेश भर में गर्मी के तेवर तीखे रहे।
ऊना में दिन का पारा 42 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। शिमला में अधिकतम तापमान 26.2 डिग्री, सुन्दरनगर में 36, भुंतर में 35, कल्पा में 25.9, धर्मशाला में 30.6, नाहन में 34.8, सोलन में 33.2, बिलासपुर में 38, हमीरपुर में 36.8, कांगड़ा व चम्बा में 37, डलहौजी में 23.4 और केलंग में 25.2 डिग्री सेल्सियस रहा।