हमीरपुर, 29 जून : स्थानीय बस स्टैंड के सामने खोखों पर प्रशासन का सोमवार को कड़ी पुलिस सुरक्षा के बीच पीला पंजा चला। काफी जद्दोजहद के बाद आखिरकार खोखा धारकों को नए कंप्लेक्स में जाना ही पड़ा। कुछ खोखा धारकों ने नए कंप्लेक्स में जाने के लिए टालमटोल की नीति अपनाई हुई थी। प्रशासन ने उन्हें कई बार आग्रह किया कि वह नए कांप्लेक्स में चले जाएं पर उन्होंने मैं ना मानूं की नीति अपनाई थी। कुछ माह पहले उन्होंने नए कंप्लेक्स में जाने की बजाए उच्च न्यायालय का दरवाजा खटकाया था। परंतु उन्हें कुछ समय के लिए स्टे कर दिया परंतु उच्च न्यायालय ने अब उनकी याचिका को खारिज कर दिया है।
याचिका खारिज होने के बाद प्रशासन ने हरकत में आते हुए उन्हें नए कांप्लेक्स में शिफ्ट होने का फरमान जारी कर दिया था। प्रशासन की ओर से जारी किए नोटिस में पहले आओ पहले पाओ की कंडीशन लगाई गई है। आवेदन करने के लिए तीन जुलाई अंतिम दिन दिया है। इसके बाद आवेदन मान्य नहीं होंगे। इस संबंध में प्रशासन ने छह खोखा धारक सुमन, रंजीत, प्रेम चंद, वीरेंद्र मल्होत्रा, धनी राम व विजय कुमार के खोखों पर पीला पंजा चला दिया। स्थानीय तहसीलदार अशोक पठानिया ने बताया कि इन छह खोखा धारकों में से चार नए कंप्लेक्स में चले गए और दो खोखा धारक रंजीत व प्रेम चंद नहीं गए और इन दोनों खोखा धारकों का सामान जब्त करके नगर परिषद में सुरक्षित रख लिया है।
तहसीलदार ने बताया कि बाकी बचे खोखा धारकों को तीन जुलाई तक का समय दिया गया है अगर वह भी नहीं गए तो उनको नोटिस देकर खोखों का ढहा दिया जाएगा। प्रशासन द्वारा इस कड़ी कार्रवाई से खोखा धारक काफी परेशान थे। इस अवसर पर नगर परिषद के कार्यकारी ईओ किशोरी लाल, लोनिवि व राजस्व के अधिकारी उपस्थित थे।