सोलन, 27 जून : हिमाचल की बेटियां हर क्षेत्र में क़ाबलियत का लोहा मनवा रही है। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष (Chairperson of State Women’s Commission) डेज़ी ठाकुर की बेटी डॉ. अनघ ठाकुर ने आर्मी में कैप्टन का पद हासिल किया है। हालांकि एमबीबीएस की पढ़ाई करने के बाद वो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धर्मपुर में बतौर मेडिकल ऑफिसर सेवाएं प्रदान कर रही थी, लेकिन डॉ. अनघ की सेना में सेवा प्रदान करने की प्रबल इच्छा थी। इसके लिए वो हरेक तरीके से मेहनत करने में जुटी हुई थी।

पिता के पदचिन्हों पर चलते हुए बेटी ने ये मुकाम हासिल किया है। बता दे कि पिता भी सेना से कैप्टन के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। रोचक बात ये भी है कि होनहार बेटी ने मां के पदचिन्हों पर राजनीति को नहीं चुना है। राजनीति में रुचि भी नहीं है।
प्रारंभिक शिक्षा सनावर स्कूल से हुई। इसके बाद उन्होंने भारतीय विद्यापीठ पुणे से एमबीबीएस की परीक्षा उतीर्ण की। भारतीय सेना में मेडिकल कोर की कठिन परीक्षा उतीर्ण कर आर्मी अधिकारी के रूप में बतौर कैप्टन बनी है। सेना में चयनित होने के बाद उनकी नियुक्ति शिमला के जतोग आर्मी अस्पताल में हुई।
कैप्टन डॉ. अनध के पिता राजेंद्र ठाकुर भी सेना से बतौर कैप्टन सेवानिवृत हुए है, जबकि माता डेजी ठाकुर वर्तमान में प्रदेश सरकार में प्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष है। डॉ.अनघ ठाकुर ने कामयाबी का श्रेय माता-पिता को दिया है, जिनके मार्ग दर्शन से उन्होंने यह मुकाम हासिल किया है। उन्होंने कहा कि सफलता में शिक्षकों का अमूल्य योगदान रहा है।