हमीरपुर, 26 जून : उपमंडल भोरंज के अंतर्गत भौंखर पंचायत के गांव मलयान में सड़क सुविधा न होने के कारण पैतृक गांव से पलायन कर रहे ग्रामीण अब घरों का निर्माण कर पाएंगे। साथ ही मरीजों को पालकी में उठाकर नहीं ले जाना पड़ेगा। आजादी के 70 साल बाद मिल रही सड़क की सुविधा से ग्रामीणों में भारी उत्साह झलक रहा है। सड़क के निर्माण के लिए विकास में जन सहयोग के तहत 5 लाख रुपए की राशि खर्च होगी। खास बात ये है कि 70 साल पुराना सपना मात्र पांच दिन में पूरा होने जा रहा है।
गांव में तकरीबन 12-13 परिवार रहते है। सड़क के अभाव में ग्रामीणों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था। बीमार व्यक्ति को सड़क तक पहुंचने के लिए पालकी, चारपाई या कंधे पे उठा के ले जाना पड़ता था, लेकिन अब सड़क बन जाने के बाद लोगों को इस मुसीबत से छुटकारा मिल जाएगा। सड़क न होने के कारण कई परिवार गांव से पलायन भी कर रहे थे, मगर अब उनके चेहरे पर मुस्कान है। नवगठित पंचायत ने चुनाव के समय ग्रामीणों को प्राथमिकता से सड़क सुविधा देने का आश्वासन दिया था।
इसके बाद ग्रामीणों ने स्वयं ही आगे आकर सड़क के निर्माण के लिए भूमि देने का शपथ पत्र दिया तथा सड़क के लिए करीब 1 लाख 45 हज़ार रुपए इकठ्ठा कर सरकार की विकास में जनसहयोग योजना के तहत जमा करवाए। पंचायत के आदेश पर ब्लाक कनिष्ठ अभियंता विनोद कुमार ने सर्वे रिपोर्ट तैयार कर एस्टीमेट तैयार किया है। अब विकास जनसहयोग के तहत सरकार ने साढ़े तीन लाख रुपये स्वीकृत कर दिए है। दो तीन दिनों से मलयान गांव को सड़क से जोड़ने के लिए जेसीबी मशीन से कार्य हो रहा है।
ग्रामीणों में दर्शन सिंह,देव सिंह, पवन कुमार, पूजा देवी, वार्ड पंच सरिता देवी, व अन्य के अनुसार डेढ़ से दो किलोमीटर सड़क निकालने के लिए 4 से 5 दिन का समय लगेगा। ग्रामीण दर्शन सिंह ने बताया की सड़क के निर्माण से कई परेशानियां समाप्त हो जाएगी। पहले घर बनाने के लिए भी सामान पहुंचना मुश्किल था, बीमार लोगों को सड़क तक ले जाने के लिए भी मुश्किल होती थी, लेकिन अब इस मुश्किल से छुटकारा मिल जाएगा। इस कार्य में उनके पंचायत के प्रधान, उपप्रधान व वार्ड पंच का बहुत सहयोग मिला है।