शिमला, 25 जून : हिमाचल प्रदेश में विपक्षी दल कांग्रेस किसानों, बागवानों व आमजन की अनदेखी के विरोध में केंद्र व प्रदेश की सतारूढ़ भाजपा सरकार के खिलाफ 26 जून से जन आक्रोश सप्ताह शुरू करेगी। शिमला जिला के नारकंडा से इसकी शुरूआत की जाएगी। सप्ताह भर चलने वाली जन आक्रोश रैलियों के माध्यम से विभिन्न ज्वलंत मुद्दों पर सरकार की घेराबंदी की जाएगी। कांग्रेस के सभी विधायक, पूर्व विधायक, पार्टी पदाधिकारी अग्रणी संगठनों के सभी पदाधिकारी साथ में पार्टी उपाध्यक्ष, महासचिव प्रभारी भी अपने-अपने क्षेत्रों में इन जन आक्रोश रैलियों में भाग लेंगे।

प्रदेश कांग्रेस सचिव हरिकृष्ण हिमराल ने गुरूवार को ये जानकारी दी। उन्होंने बताया कि देश में तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसान पिछले छह महीनों से इन्हें निरस्त करने की मांग को लेकर सड़कों में बैठा है। उनकी कोई भी बात सरकार नही सुन रही है।
आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार की उपेक्षा के चलते सेब सीजन के लिए सरकार की ओर से कोई भी व्यवस्था नहीं की गई है। अब तक न तो कार्टन की संपूर्ण व्यवस्था की गई है और न ही इसके ढुलाई के मूल्य तय किये गए है। विपणन की भी कोई व्यवस्था अब तक नहीं की गई है। सड़कों की हालत खस्ता है।
हिमराल ने कहा है कि प्रदेश में बढ़ती महंगाई व बेरोजगारी से आम लोग परेशान है। सरकार अपना खजाना तो भर रही है पर कोरोना के चलते किसी भी वर्ग को सरकार की ओर से कोई राहत या मदद नही दी गई है। कांग्रेस इसके विरोध में जिलावार जन आक्रोश रैलियों का आयोजन करेगी।
हिमराल ने बताया कि 26 जून को नारकंडा, 27 को ऊना व सिरमौर, 28 को मंडी, 29 को कांगड़ा, 30 को चंबा व सोलन, 1 जुलाई को कुल्लू व हमीरपुर, 2 को बिलासपुर व लाहुल स्पीति व किन्नौर में जिला स्तरीय जन आक्रोश रैलियों का आयोजन किया जाएगा।