पांवटा साहिब, 24 जून : “डाॅली की डोली” फिल्म की कहानी को एक युवती ने रियल लाइफ में अंजाम दिया है। रोनहाट क्षेत्र की रहने वाली आशा उर्फ शीला नाम बदल कर शादी का ढोंग रचती थी। कुछ समय बाद ससुराल से गहने व नकदी इत्यादि को लेकर फुर्र हो जाती थी, मगर इस बार पुलिस के हत्थे चढ़ गई हैै। शादी के लिए बाकायदा दुल्हन के भाई व रिश्तेदार भी होते थे। इसके बाद ऐसे वर की तलाश की जाती थी, जिसे शादी के लिए लड़की न मिल रही हो।
हरियाणा के बिलासपुर का रहने वाला 35 वर्षीय बब्बर सिंह पुत्र महावीर सिंह इस जाल में फंसा। रियल लाइफ की डाॅली के साथ-साथ पुलिस ने 7 लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा-406, 420 व 120 बी के तहत मामला दर्ज कर लिया है। साथ ही दुल्हन को हिरासत में ले लिया है। उल्लेखनीय है कि शादी के समय दुल्हन का पता रेणुका जी क्षेत्र का बताया गया था।
क्या है मामला….
हरियाणा के यमुनानगर के रहने वाले पिरथी व ऋषिपाल की पहचान शिकायतकर्ता बब्बर सिंह से थी। उन्होंने बब्बर को कहा कि वो उसकी शादी हिमाचल में करवा सकते हैं। इस पर शिकायतकर्ता ने हामी भर दी। इसके बाद माजरा की रहने वाली अनिका व रतन से बब्बर सिंह की मुलाकात करवाई गई। दुल्हन का परिचय नाम बदल कर आशा बताया गया। साथ ही ये कहा गया कि लड़की के माता-पिता की मृत्यु हो चुकी है। उसे बताया गया कि माता-पिता के निधन के बाद लड़की छोटे भाई सतीश के साथ माजरा में ही रह रही है।
14 फरवरी को दोबारा बब्बर सिंह को माजरा बुलाया गया। माजरा की अनीता व रतन ने पीड़ित को शगुन लाने के लिए कहा। साथ ही उसे बताया गया कि लड़की के माता-पिता की कुछ देनदारियां हैं, उन्हें चुकाना होगा। 24 फरवरी को शगुन डाला गया। 20 मार्च 2021 को शादी तय की गई। गुरुद्वारा में सिख रीति-रिवाज के मुताबिक शादी की गई, इसके लिए बाकायदा होटल ग्रैंड रिवेरा में पार्टी भी आयोजित हुई। शादी होते ही लड़की के माता-पिता का कर्ज चुकाने के लिए डेढ़ लाख की रकम मांगी गई।
पीड़ित ने शादी के वक्त आशा उर्फ शीला को एक सोने की अंगूठी, टाप्स, मंगलसूत्र व चांदी की पायल इत्यादि भी दी। एक सप्ताह बाद पीड़ित लुटेरी दुल्हन को लेकर माजरा भी पहुंचा। इसके बाद उससे बहसबाजी की जाने लगी। जैसे-तैसे पीड़ित आशा को अपने साथ ले जाने में सफल रहा। 14 अप्रैल 2021 को पीड़ित का भाई बनकर आए व्यक्ति ने कहा कि बहन को मेरे साथ भेज दो। 10-12 दिन बाद छोड़ देंगे, लेकिन उसने मना कर दिया। उसी रात लुटेरी दुल्हन जेवरात व मोबाइल लेकर चंपत हो गई। फोन नहीं उठाया।
इसी बीच पीड़ित को एक एडवोकेट ने भी काॅल की। पुलिस में कोई भी शिकायत दर्ज न करवाने की चेतावनी थी। इसके साथ ही यह भी खुलासा किया कि आशा की कई शादियां करवा चुके हैं। पीड़ित के मुताबिक आशा का असली नाम शीला पुत्री हीरा सिंह निवासी गांव कांडो हरियास है, जो शादी के लिए नाम व पता बदल कर पैसे ऐंठने का धंधा करती है।
उधर, एक अन्य जानकारी के मुताबिक दुल्हन समेत कुल 7 आरोपियों के खिलाफ पंचकुला के चंडी मंदिर में भी मामला दर्ज है। डीएसपी पांवटा साहिब वीर बहादुर ने कहा कि मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। जल्द ही बाकी आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।