शिमला, 24 जून : हिमाचल के बिंदास आईएएस अधिकारी (IAS officer) राकेश प्रजापति ने उद्योग विभाग (industrial Department) में बतौर निदेशक नई पारी शुरू कर दी है। ट्रांसफर (Transfer) के आदेश जारी होने के बाद ही प्रजापति ने होमवर्क भी शुरू कर दिया था, ताकि सूबे के उद्योग जगत को नई दिशा की तरफ ले जाया जा सके।

कांगड़ा में बतौर उपायुक्त (Deputy Commissioner) एक कामयाब अवधि पूरी करने वाले राकेश प्रजापति की पहचान उन चुनिंदा आईएएस अधिकारियों में है, जो दिन-रात ही कुछ हटकर करने की सोचते रहते हैं। बता दें कि आईएएस राकेश प्रजापति ने उद्योग विभाग में बतौर निदेशक बुधवार को कार्यभार संभाला था।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में उद्योग विभाग के नवनियुक्त निदेशक राकेश प्रजापति ने कहा कि करीब एक सप्ताह तक फीडबैक (Feedback) जुटाएंगे। उनका कहना था कि नए निवेश (Investment) को लाना प्राथमिकता होगा, मगर रुग्ण इकाईयों (Sick Units) को पुनर्जीवित करने के प्रयास भी करेंगे। उन्होंने कहा कि इस बात की स्टडी भी बेहद जरूरी है कि अन्य राज्यों में क्या इनोवेशन (Innovation) हो रही हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी इकाईयों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए जो लंबे अरसे से राज्य में उत्पादन कर रही हैं। विस्तार करने की पेशकश उन्हें अवश्य होनी चाहिए।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क के एक सवाल के जवाब में प्रजापति ने माना कि नए निवेश को लाना इस समय की परिस्थिति में कठिन है, लेकिन असंभव भी नहीं है। उनका कहना था कि वो नई जिम्मेदारी को पूरी तरह समझ लेने के बाद सीधे ही उद्योगों से संवाद भी बनाएंगे। उनका कहना था कि हिमाचलियों को भी अपनी इकाईयां स्थापित करने के लिए आगे आना चाहिए। इसके लिए सरकार भी प्रोत्साहित करती है।
बता दें कि कांगड़ा से ट्रांसफर होने के बाद सोशल मीडिया में लोगों की मायूसी साफ तौर पर नजर आ रही थी। कोविड संकट के दौरान राज्य के सबसे बड़े जिला को संभालना चुनौतीपूर्ण था। एक बार खुद भी परिवार सहित संक्रमित हो गए थे। 2012 बैच के आईएएस अधिकारी प्रजापति ने 25 साल की उम्र में पहले ही प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण कर ली थी। हिमाचल में कई अहम ओहदों पर रहे। आईएएस राकेश प्रजापति की एक खास बात यह है कि उन्होंने मैकेनिकल व कंप्यूटर इंजीनियरिंग में एक साथ ही डबल ग्रैजुएशन की हुई है।