बिलासपुर, 22 जून : घुमारवीं की करलोटी पंचायत के गालियां निवासी अजय ने इस कहावत को चरितार्थ कर दिया। अजय ने एक कबाड़ में तब्दील हो चुके स्कूटर के इंजन का इस्तेमाल कर खेत जोतने वाला हल तैयार किया है। जिसे देखने के लिए लोग पहुंच रहे हैं। व्यक्ति ने तकनीक के सहारे एक स्कूटर के इंजन का प्रयोग कर खेत जुताई का उपाय ढूंढा।
अजय ने बताया कि वह मैकेनिक का काम करता है। नौकरी करने के लिए वह कहीं भी बाहर नहीं गया। जमा दो की पढ़ाई करने के बाद 2 वर्ष तक स्कूटर मैकेनिक का काम सीखा। इसके पश्चात उसने अपनी दुकान खोल ली। बीते 3 वर्षो से वह स्कूटर मैकेनिक का काम कर रहा है। उसे जितना ज्ञान है, उसे अपने कार्य में उपयोग कर स्कूटर के इंजन से खेत जोतने वाले ट्रैक्टर में तब्दील करने में सफलता पाई है।
उन्होंने बताया कि जब लॉकडाउन था और दुकानें बंद थी, तब दुकान में एक पुराने स्कूटर का इस्तेमाल करके खेतों में बिजाई करने का यंत्र तैयार किया। उनके खेत ऐसी जगह पर स्थित है जहां ट्रैक्टर का जाना नामुमकिन है। उन्हें खेत जोतने में बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है लेकिन अब इसके इस्तेमाल से बिजाई करना आसान हो गया है।
अजय कुमार के अनुसार ट्रैक्टर बनाने में कुल 5 हजार रुपए का खर्च आया। यह सब करने के लिए अपने एक दोस्त रजनीश की सहायता ली जोकि वेल्डिंग का कार्य करता है। अजय कुमार ने बताया यह यंत्र मात्र 200 मिलीलीटर तेल में 500 स्क्वायर फीट एरिया की बिजाई करने में सक्षम है। यह ट्रैक्टर क्षेत्र के किसानों के लिए एक वरदान साबित होगा।