हरिपुरधार /सुरेंद्र चौहान
चौतरफा आवाजाही का केंद्र बिंदु हरिपुरधार में बस स्टैंड न होने के चलते मुख्य रूप से वाहनों को खड़ा करने के लिए एक छोटा सा स्टॉपेज है, जहां पर विभिन्न प्रकार के वाहनों की आवाजाही होती है। उन्हें इस छोटे से स्थान में मजबूरन खड़ा करना पड़ता है। आवाजाही की दृष्टि से देखा जाए तो यहां पर रोजाना 15-20 बसें दिन भर आती जाती है और सैंकड़ों अन्य छोटे बड़े वाहनों की रोजाना आवाजाही रहती है। एक छोटे से बस स्टॉप पर इन सभी वाहनों को घंटों तक खड़ा किया जाता है। जिसकी वजह से यहां पैदल चलने वाले लोगों को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
व्यापारिक दृष्टि से यदि आंकलन किया जाए तो यहां पर रोजाना सुबह-सवेरे बसों सहित कई अन्य छोटे बड़े वाहनों का आवागमन शुरू हो जाता है और एकदम बस स्टॉप पर वाहनों का जमावड़ा लग जाता है। उसके बाद बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों की आवाजाही चली रहती है। माँ भंगायणी के दर्शनों के लिए यात्रियों का आवागमन चला रहता है। ऐसी स्थिति में उक्त स्टॉपेज पर जाम की समस्या दिन भर बनी रहती है।
सोलन से हरिपुरधार, नाहन से हरिपुरधार, कुपवी से हरिपुरधार, शिलाई से हरिपुरधार, जुड़ने वाला यह एक चौतरफा कस्बा है जो चारों ओर से आवाजाही का केंद्र बिंदु है। ऐसी स्थिति में यहां दिन भर इधर-उधर से गुजरने वाले सैकड़ों वाहनों की लंबी कतार लगी रहती है बस स्टैंड पर वाहनों की रफ्तार थम जाती है जिस कारण जाम की गंभीर समस्या का सामना करना पड़ता है।
सरकारें आती-जाती रही लेकिन इस समस्या का समाधान न कर पाई। व्यापार मंडल व ड्राईवर यूनियन हरिपुरधार ने बताया कि विगत कई वर्षों से बस स्टैंड की मांग को लेकर सरकार को अवगत करा दिया गया था और लोगों को आश्वासन भी दिया गया था लेकिन धरातल पर स्थिति का कोई समाधान नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि हम सरकार से आग्रह करते है कि शीघ्र ही हरिपुरधार में बस स्टैंड का निर्माण किया जाए।