मंडी, 18 जून : आईएएस अधिकारी संदीप कुमार और पेशे से फोटोग्राफर जसप्रीत पाल ने मंडी जिला के थुनाग से लेकर चंद्रताल तक की यात्रा को साइकिल के माध्यम से पूरा करने के साथ-साथ सफाई अभियान को भी अंजाम दिया। चार दिनों की इस यात्रा में इन दोनों ने जहां पर्यटन को बढ़ावा देने का प्रयास किया, वहीं पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया।
दिल में कुछ नया और हटकर करने का जुनून हो तो मुश्किलें भी बाधा नहीं बन सकती। कुछ ऐसा ही करके दिखाया है आईएएस अधिकारी संदीप कुमार और फोटोग्राफर जसप्रीत पाल ने। इन दोनों ने मिलकर चंद्रताल चैलेंज के नाम से साइकिल यात्रा को न सिर्फ शुरू किया बल्कि उसे पूरा भी करके दिखाया।
जसप्रीत पाल हाल ही में फायर फॉक्स कंपनी द्वारा आयोजित वर्चुअली साइकिलिंग प्रतियोगिता के विजेता रह चुके हैं। एचआरटीसी में बतौर एमडी अपनी सेवाएं दे रहे। आईएएस अधिकारी और फाटोग्राफर जसप्रीत पाल ने बीती 10 जून को जिला के थुनाग से चंद्रताल के लिए साइकिल पर यात्रा की शुरुआत की। पहले दिन पतलीकूहल में पड़ाव किया और उसके अगले दिन रोहतांग दर्रे को साइकिल से पार करते हुए कोकसर पहुंचे।
इसके अगले दिन बातल तक गए और चौथे दिन चंद्रताल की ठंडी झील के पास पहुंचकर अपने चैलेंज को पूरा किया। रोजाना इन दोनों ने 60 किलोमीटर की यात्रा साइकिल पर की और चार दिनों में 250 किलोमीटर की यात्रा को पूरा किया। आईएएस अधिकारी संदीप कुमार ने बताया कि यह उनके लिए नया अनुभव था और इसका उन्होंने भरपूर आनंद उठाया।
इस यात्रा के माध्यम से इन दोनों ने पर्यटन को बढ़ावा देने और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने का प्रयास भी किया। रास्ते में जहां कहीं खाली बोतलें नजर आई तो उन्हें एकत्रित किया और साथ में चल रही गाड़ी के माध्यम से इस कचरे को भरकर सही ठिकाने तक पहुंचाया। जसप्रीत पाल ने बताया कि बहुत से पर्यटक पहाड़ों पर आकर इस बात को भूल जाते हैं कि पर्यावरण का संरक्षण करना हम सभी का दायित्व है।
हालांकि इनके साथ एक अन्य दल भी था लेकिन दोनों ने अपनी यात्रा को साइकिल के माध्यम से ही पूरा किया। रास्ते में कई कठिनाईयां भी आई लेकिन उन सभी को पार करते हुए चंद्रताल तक अपने चैलेंज को कंप्लीट किया। बता दें कि संदीप कुमार डीसी कांगड़ा और डीसी ऊना के पद पर रहते हुए साइकिलिंग को बढ़ावा देने की दिशा में बेहतरीन कार्य कर चुके हैं।