सुंदरनगर, 18 जून : सोशल मीडिया पर देवभूमि के मंदिरों को खोलने का अभियान देव समाज द्वारा शुरू कर दिया गया है। यह इतिहास में पहली बार हो रहा है, जब देव समाज इस तरह सामने आया है। विभिन्न संगठनों द्वारा ऐसे अभियान चलाए जाते हैं, परन्तु देव समाज ने भी अपनी मांगे मनवाने के लिए इस तरीके को अपनाया है। इस अभियान की शुरुआत डॉ. अभिषेक सोनी प्रधान सुकेत सर्व देवता कमेटी ने की तथा देखते ही देखते देवभूमि का देव समाज उनके साथ खड़ा हो गया।
हिमाचल प्रदेश के विभिन्न भागों मंडी, कुल्लू, शिमला, रोहडू, सुकेत, बल्ह, नाचन, सराज, छतरी, लगवैली, मणिकर्ण, चम्बा, सोलन से भरपुर समर्थन मिल रहा है। सोशल मीडिया पर सैकड़ों की संख्या में देवभूमि के मंदिर खोलो हिमाचल सरकार के बैनर के साथ फोटो शेयर किए जा रहे हैं।
इस बारे में सुकेत सर्व देवता कमेटी के प्रधान डॉ. अभिषेक सोनी ने बताया कि हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना वैश्विक महामारी को देखते हुए सब कुछ एक बार बंद किया गया था, जो इस कोरोना वैश्विक महामारी के बचाव के लिए उचित था। परन्तु सरकार ने अनलॉक हिमाचल शुरू कर दिया। शराब के ठेके खोल दिए, बाजार खोल दिए, बसें शुरू कर दी और हद तो तब हो गई जब बिना कोरोना वैश्विक महामारी के टैस्ट के बिना पर्यटन खोल दिया जो कि कोरोना वैश्विक महामारी की तीसरी लहर के लिए निमंत्रण है।
चलो सरकार इससे बचाव के प्रयास करें। जब सब खोल दिया है तो देव भूमि कहे जाने वाले हिमाचल प्रदेश के मंदिर अभी भी बंद क्यों रखे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे मंदिरों से ही हमारे हिमाचल प्रदेश की पहचान है। सरकार को मंदिरों को खोलने की चिंता ही नहीं है। मंदिर खोलने पर कोई भी प्रतिनिधि अपना पक्ष नहीं रखता है। मंदिरों के नाम पर सभी चुप हो जाते हैं। परन्तु हमारा देव समाज यह पक्षपात सहन नहीं करेगा। सरकार जल्द से जल्द हमारे मंदिरों को खोलने के दिशा-निर्देश जारी करें।
एक साल से मंदिरों का संरक्षण पूर्ण रूप से नहीं हो पाया है। सरकार सभी मंदिरों की देख-रेख तथा संरक्षण के लिए फंड जारी करें, ताकि हम अपने मंदिरों का संरक्षण कर सके। सरकार देवभूमि के स्थानीय मंदिरों का बजट जारी करें। प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री जयराम से अनुरोध है कि इस विषय को गंभीरता से लें तथा सभी देव कारदारों की भावनाओं को समझते हुए जल्द से जल्द मंदिर खोले। देव समाज ने इस विपदा की घड़ी में पग-पग पर सरकार और प्रशासन का साथ दिया है।
जल्द ही हिमाचल प्रदेश के युवाओं को एकजुट किया जा रहा है तथा हिमाचल प्रदेश में युवा देव समाज का निर्माण किया जा रहा है, ताकि हम अपनी देव संस्कृति तथा परम्पराओं को समय रहते संजोने में सहायक हो सकें।