घुमारवीं, 18 जून : सबका साथ-सबका विकास के दावे करने वाली प्रदेश सरकार घुमारवीं उपमंडल में एक बुजुर्ग दंपत्ति की दास्तां से बेखबर हैं। दंपत्ति की आज तक न तो पंचायत और न ही प्रशासन ने कोई सुध ली है। मानसून शुरू होते ही बुजुर्ग दंपत्ति की रातों की नींद उड़ी हुई है। मानसून की पहली बारिश का पानी पति के मकान में घुस गया। ऊपर से छत टपक रही है व दीवारें जर्जर हैं। मकान की हालत ऐसी है कि वह कभी भी गिर सकता है। दंपति ने प्रशासन से सहायता की मांग की है।
जानकारी के अनुसार महंत राम के मकान की हालत बहुत ही दयनीय है। बुजुर्ग होने के कारण वह दिहाड़ी भी नहीं लगा सकता, जिससे वह अपने मकान की मरम्मत करवा सके। बुजुर्ग ने बताया कि उनके घर की छत कभी भी गिर सकती है। आगे बरसात का मौसम है, जिससे खतरा और भी बढ़ गया है।
बुधवार को हुई बारिश का सारा पानी घर के अंदर घुस गया। ऐसी स्थिति में वह बारिश में बाहर रहने को मजबूर हो जाते हैं। बुजुर्ग की बेटी संध्या देवी मायके पहुंची और उन्होंने बताया कि मकान की हालत दयनीय है। पंचायत से लेकर प्रशासन तक गुहार लगा चुके हैं।
पंचायत में तो उन्होंने प्रतिनिधियों को कई बार इसके बारे में अवगत करवाया, लेकिन किसी ने भी उनकी सहायता नहीं की। उन्होंने कहा कि उसके माता-पिता काफी बुजुर्ग हो चुके हैं और उनकी चिंता लगी रहती है। कभी भी यह मकान गिर सकता है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि उनकी सहायता की जाए।
उधर पंचायत प्रधान कांता देवी ने बताया कि मामला ध्यान में आ गया है। मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया जाएगा। पंचायत से जो भी संभव सहायता होगी उसे किया जाएगा। इसके अलावा प्रशासन को भी इसके बारे में अवगत करवा दिया जाएगा।