सोलन/शिमला, 16 जून : हिमाचल पुलिस वन्यप्राणी अपराध में भी संजीदगी दिखा रही है। कोविड संकट के दबाव के बावजूद खाकी नशाखोरी के साथ-साथ वाइल्ड लाइफ क्राइम को लेकर भी ठोस कदम उठा रही है। इसी का नतीजा है कि वन्यप्राणियों की खालों की तस्करी करने वाले सलाखों के पीछे पहुंच रहे हैं। फरवरी माह से अब तक तेंदुए की 7 खालों को बरामद किया गया है।
ताजा मामला सोलन के परवाणु से जुड़ा हुआ है। कामली रोड़ पर पुलिस ने तस्कर को एक तेंदुए की खाल समेत दबोचा है। पुलिस को सूचना मिली कि कडीन गांव का रहने वाला एक व्यक्ति तेंदुए की खाल को बेचने के लिए परवाणु आ रहा है। इस पर पुलिस ने 34 साल के राजेंद्र कुमार को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। उसके कब्जे से तेंदुए की साढ़े 7 फुट लंबी खाल बरामद हुई। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत लाखों रुपए में हो सकती है।
सोलन के एसपी अभिषेक यादव ने कहा कि राजेंद्र पेशे से ड्राइवर है। साथ ही खेतीबाड़ी भी करता है। ये जानने की कोशिश की जा रही है कि वो इसे कहां बेचने जा रहा था। पुलिस ये भी जांच कर रही है कि कहीं उसके तार इंटरनेशनल मार्किट से तो नहीं जुडे़ हुए हैं। मोबाइल डिटेल खंगाली जा रही है।
बता दें कि करीब एक सप्ताह पहले शिमला पुलिस ने भी तेंदुए की तीन खालों को बरामद किया था। इसके अलावा कांगड़ा पुलिस ने तीन खालें बरामद की थी। इन मामलों से जाहिर होता है कि तस्करों के निशाने पर तेंदुए हैं।