शिमला, 13 जून : हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला (Shimla) में बीते 36 घंटे (hours) में 5000 वाहन दाखिल हुए है। अगर तीन लोग एक वाहन (vehicle) में मौजूद थे तो यह आंकड़ा 15,000 लोगों के पहुंचने का हो सकता है।
राजधानी (Capital) में 5000 वाहन पहुंचने की जानकारी खुद शिमला पुलिस ने सोशल मीडिया (Social Media) के माध्यम से दी है। लाजमी तौर पर चंद रोज पहले ही कोविड-19 की लहर पूरे हिमाचल के लिए वाहनों का सैलाब (Inundation) पुलिस व स्वास्थ्य विभाग (Health department) के लिए चिंता का सबब बन सकता है। हालांकि पर्यटकों के पहुंचने से होटल(Hotel) कारोबारियों को राहत मिल सकती है, लेकिन नियमों (Rules) के टूटने पर संक्रमण की चिंताएं बढ़ भी सकती हैं।
बता दें कि रविवार की देर दोपहर बाद ही हिमाचल के प्रवेश द्वार परवाणू से हैवी ट्रैफिक के वीडियो भी सामने आने लगे थे। साफ तौर पर जाहिर हो रहा था कि लंबे अरसे से घरों में कैद लोगों का भारी सैलाब हिमाचल का रुख कर सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने आरटी पीसीआर (RT PCR) की शर्त हटाने पर सरकार की आलोचना (Criticism) भी की है। साफ तौर पर जाहिर हो रहा था कि अनलॉक (Unlock) होते ही पर्यटकों का भारी सैलाब हिमाचल (Himachal) की तरफ उमड़ सकता है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या सरकार ने ऐसी स्थिति से निपटने के लिए कोई तैयारी कर रखी है या नहीं। इसी बीच पुलिस ने पर्यटकों (Tourist) को सोशल डिस्टेंसिंग के अलावा सही तरीके से मास्क (Mask) का इस्तेमाल करने की हिदायत दी है।
बताया जा रहा है कि अनलॉक के दौरान पुलिस को सावधानी के साथ-साथ सख्त ड्यूटी निभानी पड़ सकती है। देश में तीसरी लहर (Third Wave) की संभावना भी जताई जा चुकी हैं। चिंता की बात यह बताई गई थी कि तीसरी लहर में बच्चे संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं। उधर वाहनों के आने का सिलसिला भी जारी था। वीकेंड पर स्थिति काफी विस्फोटक हो सकती है।