मंडी, 13 जून : एक तरफ कोरोना ने यहां नौकरी करने वालों की नौकरी छीन ली। वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने नौकरी छूट जाने के बाद अपना खुद का काम शुरू कर दिया। यह लोग खुद का कारोबार करने के साथ-साथ अन्य लोगों को कारोबार देने वाले भी बने हैं। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है। जिला के नाचन विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले नलसर में सरकाघाट के मंजीत शर्मा ने नलसर के दिल्ली में नौकरी छूट जाने के बाद अपना खुद का व्यवसाय करने की सोची और मध्यप्रदेश के झाबुआ से कड़कनाथ मुर्गे की नस्ल लेकर आए है।
नलसर में अब मंजीत अपने पिता और पत्नी के साथ कड़कनाथ पालन में लगे हुए हैं। मंजीत बतातें हैं कि कड़कनाथ की इतनी डिमांड है कि लोग खुद उनके पास आकर कड़कनाथ लेकर जाते हैं। उन्होंने बताया कि एक मुर्गे की कीमत लगभग 2000 रुपए रहती है और इसका एक अंडा 50 से 70 रुपये तक बिक जाता है। इसके साथ ही मंजीत ने देसी गायों का फार्म भी चलाया है। जिसमें कई प्रकार की देसी गायें रखी गई हैं।
मंजीत ने बताया कि नौकरी छूट जाने के बाद उन्होंने स्वावलंबन की राह अपनाई और आज वे इससे अपने परिवार के साथ-साथ कोट गांव के अन्य बेरोजगारों को भी घर द्वार रोजगार मुहैया करवा रहे हैं। वहीं मंजीत शर्मा की पत्नी पूजा भी उनका भरपूर सहयोग कर रहीं हैं।
पूजा ने भी ज़िले में घरों में पालने वाले विदेशी परिंदों का कारोबार शुरू किया है। पूजा ने बताया कि उन्हें भी लोगों का भरपूर सहयोग मिल रहा है। अब पूजा ने मंडी व आसपास के लोगों को कम कीमत पर विदेशी परिंदे मुहैया करवाने के लिए बर्ड ब्रिडिंग फार्म खोलने का मन भी बना लिया है। बता दें कि मंजीत दिल्ली में वाइल्ड लाइफ टूरिज्म में कार्य करते थे लेकिन कोरोना के कारण काम बंद होने की स्थिति में उन्होंने अपना व्यवसाय शुरू किया व औरों को भी एक संदेश दिया है।