बिलासपुर,9 जून : एम्स कोठीपुरा में विद्युत सब-स्टेशन के लिए टावर लाइन सर्वे से बंदला की पहाड़ियों से पैराग्लाइडिंग पर संकट मंडराने लगा है। टावर लाइन के लिए बंदला धार के नीचे स्थित धमणा गांव की पहाड़ी से होकर सर्वे किया गया है। टावर लाइन बिछने से बंदला की धार से उड़ान भरना पैराग्लाइडिंग पायलट्स के लिए जोखिम भरा साबित हो सकता है। इसके मद्देनजर हिमाचल पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन ने टावर लाइन के लिए कोई अन्य रूट चिन्हित करने की मांग की है। इस मांग को लेकर मंगलवार को एसोसिएशन के एक प्रतिनिधिमंडल ने डीसी रोहित जमवाल से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा।
डीसी को ज्ञापन सौंपने पहुंचे प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि बिलासपुर जिला को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने में बंदला धार अहम भूमिका निभा रही है। बंदला में पैराग्लाइडिंग की टेक ऑफ साईट है, जहां से उड़ान भरकर पैराग्लाइडिंग पायलट गोविंद सागर के किनारे लैंडिंग करते हैं। सदर के विधायक सुभाष ठाकुर तथा जिला प्रशासन के प्रयासों से इस साईट को अप्रूवल भी मिल चुकी है। पैराग्लाइडिंग के एडवांस कोर्स के लिए पूरे देश में बिलासपुर से बेहतर अन्य कोई भी जगह नहीं है।
एडवांस कोर्स के दौरान गोविंद सागर के ऊपर आसमान में पैराग्लाइडिंग के साहसिक व रोमांचक करतब बगैर किसी जोखिम के आसानी से सीखे जा सकते हैं। इसी के चलते करीब डेढ़ वर्ष पूर्व यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर के एक्रो व एक्युरेसी टूर्नामेंट का सफल आयोजन भी हो चुका है।
पैराग्लाइडिंग के लिए बंदला धार के महत्व को देखते हुए सरकार और प्रशासन टेक ऑफ साइट को विकसित करने के लिए अब तक लाखों रुपये खर्च कर चुके हैं। एसोसिएशन के नुमाइंदों ने कहा कि कोठीपुरा में एम्स के लिए अलग विद्युत सब-स्टेशन बनाया जाना है।
इसके लिए टावर लाइन बिछाने की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। टावर लाइन के लिए बंदला धार के नीचे की ओर धमणा गांव की पहाड़ी से होते हुए सर्वे किया गया है। धमणा की पहाड़ी पर टावर लगने और वहां बिजली की एचटी लाइन बिछने से बंदला से टेक ऑफ करना सुरक्षित नहीं रह जाएगा। एचटी लाइन पैराग्लाइडिंग पायलट्स की राह में बड़ी बाधा बन जाएगी। इससे अप्रिय हादसा होने का खतरा हमेशा बना रहेगा। लिहाजा टावर लाइन के लिए कोई अन्य रूट चिन्हित किया जाए।
धमणा गांव से नीचे की ओर से पहले भी टावर लाइन गुजर रही हैं। ऐसे में एम्स के लिए टावर लाइन भी उसके पास से ही बिछाई जा सकती है। प्रतिनिधिमंडल में राजपाल कपिल, अरविंद सरीन, प्रविंद्र शर्मा, अतुल खजूरिया, विशाल जस्सल, मनोज शर्मा, पुनीत, सन्नी व संजय आदि शामिल थे। डीसी रोहित जमवाल ने आश्वस्त किया कि विद्युत बोर्ड के अधिकारियों से बात करके टावर लाइन के लिए कोई अन्य रूट चिन्हित करवाया जाएगा।