सोलन , 6 जून : परवाणू सेक्टर-1 के प्राचीन तालाब में सुबह अचानक मछलियों के मरने पर हड़कंप मच गया। मछलियों के मरने की सूचना सतीश बेरी को मिली, उन्होंने मौके पर पाया कि तालाब की मछलियां मरी पड़ी है। उन्होंने तालाब में कुछ मिलाने की शंका प्रकट की है। उन्होंने इसकी सूचना नप परवाणू अध्यक्ष निशा शर्मा, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड परवाणू के एसडीओ प्रदीप मोदगिल, परवाणू पुलिस थाना व स्थानीय मीडिया को दी। मौके पर पहुंचे लोग मछलियों के बडी संख्या में मारे जाने को देख दंग रह गए।
तालाब में जल की कमी होने पर भी पशु प्रेमी सतीश बेरी ने तुरंत बड़े 4 जल टैंकर मंगवाकर बाकी बची मछलियों को बचाने की चेष्टा की। उधर प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड ने मछलियों के मरने पर तुरंत तालाब के कई जगह से सैंपल लिए। मछलियों के मरने के बारे में सही कारण जानने के लिए पशुपालन विभाग को मछलियों के पोस्टमार्टम करवा लेने के लिए पशुपालन विभाग को मोके पर बुलाया गया।
एसडीओ प्रदीप मोदगिल ने जानकारी दी कि पेयजल की सैम्पलिंग में तालाब में ऑक्सीजन लेवल 1.6 होने के कारण मछलियों के जीवन के लिए खतरा पैदा हो गया। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि ऑक्सीजन की कमी की वजह से मछलियों की मौत हुई है,असल बात पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में सामने आएगी। वहीं नप अध्यक्षा निशा शर्मा भी मौके पर संबंधित विभागों को समस्या से निपटने के लिए दिशा- निर्देश जारी किए।