हरिपुरधार/सुरेंद्र चौहान : शुक्रवार दोपहर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हरिपुरधार में घहल निवासी 64 वर्षीय व्यक्ति की अचानक तबीयत बिगड़ी और एक निजी वाहन द्वारा उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया और सीएचसी में कार्यरत मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर शोभित ने रोगी की तत्काल प्रभाव से जांच करके उन्हें प्रथम उपचार दिया। लेकिन उक्त मरीज के स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ और रैफर किए जाने तक सीएचसी में ही दम तोड़ दिया।
कोरोना संक्रमण के चलते ग्रामीण इलाकों में अब लगातार गांवों की ओर बड़ते संक्रमण से दहशत का माहौल बना हुआ है। कोरोना संक्रमण गांव में अपना पंजा पसारते हुए आम जन मानस को अपना शिकार बना रहा है। ऐसे में लोगों को समय पर अपने स्वास्थ्य की देखभाल नजदीक के अस्पताल में जाकर करनी होगी। अन्यथा संक्रमण के घातक परिणाम भविष्य में देखने को मिल सकतें हैं। क्षेत्र ने उक्त मृतक मेला राम जोकि वन विभाग से एक अधिकारी के पद से सेवानिवृत्त हुए थे और व्यक्तित्व के धनी थे।
ऐसे महान शक्सियत को खो दिया है। उनके सपुत्र यशपाल ठाकुर ने बताया कि मेरे पिता जी ने मेरी ही गोद में आखिरी सांस ली और अपने प्राण त्याग दिए। मैं पिता की मौत से आहत हूं और पूरा परिवार काफी सदमे में है। मैं दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हरिपुरधार के डॉक्टर शोभित ने बताया कि पिछले दिन ही उक्त मरीज की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। रोगी की जांच करके उन्हें रैफर कर दिया था। लेकिन किन्हीं कारणों से नहीं जा सकें होंगे।
ऐसी स्थिति में दूसरे दिन भी उक्त मरीज को सीएचसी लाया गया और जांच करने के बाद पाया गया कि उक्त रोगी लंबे समय से डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, शुगर व इत्यादि से ग्रस्त थे। और कोरोना संक्रमण की चपेट में भी आ गए। ऐसी स्थिति में ऑक्सीजन लेबल स्टेबल नहीं रहा और उनका निधन हो गया। डॉक्टर शोभित ने बताया कि लोगों को समय पर अपने स्वास्थ्य की देखभाल करने की जरूरत है ताकि संक्रमण की रोकथाम समय पर हो सके घबराने की जरूरत नहीं है। लोगों से अपील है कि कोविड प्रोटोकॉल के नियमों का सख्ती से पालन करें।