सोलन, 2 जून : कोरोनाकाल मे केंद्र सरकार ने CBSC की 12वीं की परीक्षा को रद्द करने का फैसला किया है। जिसके बाद अधिकतर छात्र इस फैसले से नाखुश है। वहीं बच्चों के अभिभावकों को भी यह फैसला रास नहीं आया। छात्रों के अनुसार जहां एक और सरकार डिजिटलाइजेशन का गुणगान करते नहीं थकती तो क्या ऑनलाईन परीक्षा नहीं करवा सकती थी।
बात करते हुए 12 वीं कक्षा के छात्रों ने बताया कि वह केंद्र सरकार के इस फैसले से बिल्कुल भी खुश नहीं हैं। जमा दो ही करियर की प्रथम सीढ़ी होती है व सरकार ने उसी रीढ़ को हिला दिया है। उन्होंने कहा कि चुनाव हो सकते हैं, कुंभ मेले का आयोजन हो सकता है, लेकिन जमा दो की परीक्षा नहीं हो सकती। अभिभावक व शिक्षक भी सरकार के विरोध में दिखाई दिए।
निश्चित तौर पर केंद्र हो या प्रदेश सरकार, उन्होंने विकास का गुणगान किया, लेकिन अब लोग इनके फैसले को ही आंखे दिखाने लगे हैं। जमा दो के छात्रों का कहना है कि जब डिजिटल युग की बातें सरकार करती है तो क्या डिजिटल तरीके से ऑनलाइन पेपर नहीं करवाए जा सकते थे। युवाओं का रोष यह सरकार के मुंह पर एक बड़ा तमाचा है।