शिमला,31 मई : कोरोना कर्फ्यू के करीब 24 दिन बाद सोमवार को राजधानी के बाजारों और सरकारी दफ्तरों में रौनक लौट आई। सभी दुकानें खुलने से जहां कारोबारियों ने राहत की सांस ली, वहीं लोग भी खरीदारी के लिए दुकानों में दस्तक दे रहे हैं। सुबह 9 बजते ही ज्वेलरी, कपड़ा – रेडिमेड, जूते – चप्पल और बार्बर समेत सभी बंद दुकानें खुलने लगी। शराब के ठेके भी आज से खुल गए हैं।
दुकानदार अपनी दुकानों को झाड़ – बहार कर सेनेटाइज करते नजर आए। हालांकि राजधानी के कारोबारी सुबह 9 बजे दुकानें खोलने के सरकार के आदेशों से खुश नहीं हैं। वे 9 बजे की बजाए 10 बजे से दुकानों को खोलने के पक्ष में हैं। इस मुद्दे पर व्यापारी वर्ग आज मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंप सकता है। प्रदेश सरकार ने शिमला सहित प्रदेश भर में सभी दुकानों को सुबह 9 से दोपहर 2 बजे तक खोलने की अनुमति दी है।
वहीं दूसरी ओर सरकारी दफ्तरों में कम स्टाफ के सहारे कार्यालयों में सामान्य कामकाज का संचालन शुरू हो गया।
करीब 3 सप्ताह से अधिक समय तक घर में बंद रहने के बाद कोरोना के माहौल में दफ्तर खुलने का असर कर्मचारियों के घरेलू माहौल पर पड़ा। हालांकि बसें और सार्वजनिक परिवहन के बंद रहने से दूर से आने वाले कर्मचारियों को दफ्तर पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। जिन कर्मचारियों के पास अपने वाहन नहीं हैं, उन्हें कई किलोमीटर पैदल सफर कर दफ्तर पहुंचना पड़ा। राज्य सरकार ने आगामी 7 जून तक केवल 30 फीसदी क्षमता के साथ ही दफ्तर खोलने के फरमान दिए हैं। दफ्तरों और बाजारों के खुलने से राजधानी में आज चहल-पहल बढ़ गई है। सड़कों पर निजी वाहनों का अधिक परिचालन देखा जा रहा है।