शिमला, 30 मई : कांग्रेस पार्टी ने हिमाचल की भाजपा शासित सरकार पर सुरक्षा को लेकर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर आरोप जड़ा है कि चीन के साथ सीमा विवाद को लेकर उन्होंने एक बड़ी लापरवाही की है।
राठौर ने रविवार को एक बयान जारी कर कहा कि हिमाचल प्रदेश के साथ लगती सीमा पर चीन पक्के मकान और सड़कें बना रहा है, लेकिन राज्य सरकार स्थिति को नजरअंदाज किये हुए है। हालांकि उन्होंने मुख्यमंत्री के किन्नौर सीमा के अचानक दौरे का स्वागत करते हुए कहा कि अगर समय रहते उन्होंने पहले ही यहां का दौरा किया होता तो शायद आज यहां तनाव की कोई गंभीर स्थिति न होती।
कुलदीप राठौर ने मुख्यमंत्री के किन्नौर दौरे के बाद स्थिति का ब्यौरा मांगा और कहा कि मुख्यमंत्री का गुपचुप तरीके से एकाएक यहां जाना कई प्रश्न पैदा करता है इसलिए प्रदेश को सीमा की वास्तविक स्थिति की जानकारी मिलनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पिछले साल 5 अगस्त 2020 को इस बारे में एक पत्र लिख कर सीमा पर कूनू और चारंग में चीन के इस अनाधिकृत निर्माण पर, जब खुफिया तंत्र असफल हो गया था और स्थानीय लोगों भेड़पालक ने यहां हो रहें निर्माण की एक वीडियो बना कर भेजा था। कांग्रेस ने उस समय अपनी चिंता प्रकट करते हुए सरकार को इस निर्माण के बारे में आगह किया था। स्थानीय कांग्रेस विधायक जगत सिंह नेगी ने भी अपनी इस चिंता से सरकार को अवगत करवाया था।
उन्होंने कहा कि 9 महीनों बाद मुख्यमंत्री को अपने इस प्रदेश की सीमा की याद आई है। बीते कल मुख्यमंत्री के अचानक इस क्षेत्र के दौरे और आईटीबीपी के सीमा अधिकारियों के साथ बातचीत के खुलासे ने प्रदेश में चिंता को बड़ा दिया है। मीडिया में आई सूचनाओं के बाद हाई अलर्ट का जारी होना इस क्षेत्र में लोगों की सुरक्षा की चिंता बढ़ा रहा है।
राठौर ने कहा है कि चीन के साथ तनाव के बाद लाहौल स्पीति,चम्बा,किन्नौर के साथ लगती प्रदेश की सीमाओं पर चौकसी की आवश्यकता पर कांग्रेस पहले से ही सरकार को आगाह करती रही है।
उन्होंने कहा कि अब जबकि इस क्षेत्र में चीन ने अधिकतर अपना निर्माण कार्य पूरा कर दिया है। भविष्य के लिए यह प्रदेश की प्रभुसत्ता के लिए गंभीर चुनोती और एक बड़ा खतरा उत्पन्न हो सकता है। यहां पर ओर अधिक सतर्कता के साथ-साथ लोगों की सुरक्षा की एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी सरकार की है।
उन्होंने कहा है कि सीमा पर रहने वाले प्रदेशवासियों को किसी भी प्रकार की कोई समस्या न हो उनके जानमाल की पूरी सुरक्षा हो यह पूरी तरह सुनिश्चित किया जाना चाहिए।