घुमारवीं, 31 मई : हिमाचल में एक गजब मिसाल पेश हुई। उपमंडल के छंज्यार के जंगल में गर्मी की वजह से तालाब करीब-करीब सूख चुका था। इस कारण इसमें मौजूद सैंकड़ों मछलियों की जान पर बन आई थी।
पहले तो आसपास रहने वाले युवाओं ने अपने स्तर पर ही धनराशि खर्च की, ताकि टैंकर मंगवाकर तालाब में मछलियों के लिए पानी भरा जा सके। मगर राशि कम पड़ गई। बाकायदा युवाओं ने तालाब की गाद को भी स्थानीय लोगों की मदद से अपने स्तर पर ही निकाला। इसी बीच स्थानीय विधायक व सूबे के कैबिनेट मंत्री राकेश गर्ग से संपर्क हुआ। वो भी इस तरह के जज्बे से प्रभावित हुए। तुरंत ही एसडीएम शशिपाल शर्मा को उचित कदम उठाने के निर्देश दिए।
चूंकि तालाब में पानी की भराई में देरी से कोई फायदा नहीं होने वाला था, लिहाजा प्रशासन ने भी फायर ब्रिगेड के जरिए माकूल पानी भरने की व्यवस्था कर दी। इससे सैंकड़ों मछलियों को जीवन मिल गया। तालाब में पानी मिलते ही जल की रानी मदमस्त नजर आई। कमाल की बात ये भी है कि बिलासपुर जिला में एक दूसरी खबर आज ही ये भी आई थी कि शरारती तत्वों ने डैम में जहरीला पदार्थ मिला दिया था, इस कारण सैंकडों मछलियां दम तोड़ गई।
कुल मिलाकर सूबे में इस तरह का उदाहरण पहली बार ही पेश किया गया होगा, जब बेजुबान मछलियां का जीवन बचाने के लिए इस तरह की कोशिश की गई हो। बहरहाल निश्चित तौर पर इस तरह की मिसाल वो ही लोग पेश कर सकते हैं जिनके अंदर वाकई में इंसानियत होती है।