धर्मशाला/चेन्नई : 11 महीने की कठिन ट्रेनिंग के बाद शनिवार को ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी चेन्नई (OTA Chennai) की पासिंग आउड परेड ऐतिहासिक थी। पुलवामा के आतंकवादी हमले में उत्तरखंड के शहीद मेजर विभूति शंकर ढोंडियाल की पत्नी निकिता कौल भी लेफ्टिनेंट बनने जा रही थी।
इसी बीच दूसरे पहाड़ी राज्य हिमाचल का भी उस समय सीना फक्र से चौड़ा हो गया, जब कांगड़ा की पालमपुर तहसील के गढ़ मलखेर गांव के बेटे अबदेश कटोच का नाम पासिंग आउट परेड में ओटीए गोल्ड मैडल के लिए पुकारा गया। पासिंग आउट परेड में लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी ने अबदेश को गोल्ड मैडल प्रदान किया। साथ ही तलवार भी भेंट की।
उल्लेखनीय है लेफ्टिनेंट निकिता ने पिछले साल ही इलाहाबाद में वूमेन एंट्री स्कीम की परीक्षा उत्तीर्ण की थी। हिमाचल के पड़ोसी राज्य उत्तराखंड से संबंध रखने वाले मेजर विभूति ढोंडियाल ने 8 फरवरी 2019 को आतंकियों के हमले में अपने प्राणों की आहूति दी थी। इसके बाद ही निकिता ने पति के नक्शे कदम पर चलने की ठान ली थी। शनिवार को कोविड के नियमों के तहत 167 जेंटलमैन कैडेट्स व 31 वूमेन कैडेट्स ने कमीशन हासिल किया।
इस पासिंग आउट परेड में कैडेट्स के परिजनों को कोविड के चलते हिस्सा लेने की अनुमति नहीं दी गई। खास बात ये है कि उत्तर भारत के दो पहाड़ी राज्यों हिमाचल व उत्तराखंड के लिए ये पासिंग आउड परेड खास तौर पर इतिहास में दर्ज हुई है।
हालांकि एमबीएम न्यूज नेटवर्क की सीधे तौर पर ओटीए गोल्ड मैडल हासिल करने वाले अबदेश कटोच से सीधी बातचीत नहीं हुई, लेकिन करीबी दोस्त अंतरिक्ष पठानिया ने तस्वीरें व जानकारी शेयर करते हुए बताया कि अबदेश को साॅर्ड ऑफ़ ऑनर व गोल्ड मैडल मिलने से परिवार के साथ-साथ करीबियों में खुशी की लहर है।