सोलन, 29 मई : शहर का युवा ओजस कैंथला आर्मी ऑफिसर बना है। शनिवार को चेन्नई में ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी (ओटीए) की पासिंग आउट परेड का आयोजन हुआ। देशभर के 167 जैंटलमैन क्रेडिट आर्मी ऑफिसर बने। इनमे सोलन का ओजस कैंथला भी शामिल था। ओजस का जन्म 29 दिसंबर 1996 को सोलन में कर्नल अरूण कैंथला और अंबिका कैंथला के घर हुआ।
प्रारंभिक शिक्षा सोलन के सेंट ल्यूक्स स्कूल से हुई। इसी स्कूल से ओजस ने जमा दो की परीक्षा उत्तीर्ण की। आर्मी लॉ कॉलेज चंडीगढ़ से लॉ विषय की डिग्री हासिल की। इसके बाद देश की बड़ी ट्राई लीगल कंपनी दिल्ली में ओजस का चयन हुआ।
पापा-चाचा की तरह आर्मी ऑफिसर बनना चाहता था ओजस… मन में शुरू से ही देशभक्ति का भाव जागृत था। साथ ही ओजस को तो अपने पापा और चाचा की तरह आर्मी ऑफिसर बनना था। इसलिए वो इसके लिए अपनी जॉब के साथ- साथ आर्मी की तैयारी भी करने लगा। बता दें कि ओजस के पिता कर्नल अरूण कैंथला और चाचा ब्रिगेडियर अनुज कैंथला सेना से सेवानिवृत हो चुके हैं। माता अंबिका कैंथला भी एमए एलएलबी हैं।
परिवार वाले नहीं चाहते थे कि उनका इकलौता बेटा आर्मी में जाएं। इसके बावजूद ओजस को तो आर्मी में ही जाना था। इसलिए निजी कंपनी के 16 लाख वार्षिक पैकेज को छोड़कर देश सेवा को चुना। ओजस कैंथला के दादा एचडी कैंथला जिला एवं सत्र न्यायधीश पद पर रह चुके हैं।
ओजस ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और गुरूजनों को देते हुए कहा कि पापा और चाचा की तरह वह भी भारतीय सेना का हिस्सा बनना चाहता था और आज यह सपना पूरा हुआ है। हालांकि कोरोना काल के दौरान इस बार पासिंग आउट परेड में परिवार के लोग शामिल नहीं हो सकें। ओजस की मौसी रेणुका कंवर ने बताया कि उन्होंने सुबह 5 बजे से ही टीवी पर घर से ही पासिंग आउट परेड को देखा। परिजन ओजस की इस उपलब्धि से बेहद गर्व महसूस कर रहे हैं।