सोलन, 28 मई : मशरूम की खेती के लिए मशहूर सोलन जिला में मशरूम के प्रचार प्रसार के लिए जिला प्रशासन कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहता। इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा कई तरह की योजनाएं एवं प्रयास किए जा रहे है।
वहीं हिमाचल प्रदेश के 50 वर्ष पूरे होने पर साल 2021 में पूर्ण राज्यत्व जयंती के उपलक्ष पर भी जिला के पुराने उपायुक्त कार्यालय चौक पर रोटरी क्लब द्वारा बनाए गए चौक को तोड़ कर उसको मशरूम के आकार में गुमटी को तब्दील किया गया था।
लोक निर्माण विभाग की ओर से भी 50 सालों के विकास को दर्शाने के लिए पुलिस गुमटी को मशरूम का आकार दिया गया था। वहीं, 72वें गणतंत्र दिवस की अध्यक्षता करने पहुंचे मंत्री राजेंद्र गर्ग ने मशरूम के आकार की बनी चौक का उद्घाटन कर जनता के लिए समर्पित किया था, लेकिन एक साल के भी कम समय में यह गुमटी टिक नहीं पाई और एक ट्रक की हल्की सी टक्कर से मशरूम धराशायी हो गई।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री दौरे के दौरान मशरूम को खूब सजाया गया था। प्रशासन द्वारा इस गुमटी को बनाकर खूब वाहवाही लूटी गई थी। मशरूम चौक को बनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को मशरूम के बारे जाकरूक करना एवं साथ ही यातायात व्यवस्था के लिए तैनात पुलिस कर्मचारियों को धुप, छाव व बारिश से बचाना था, लेकिन यह अपने मंसूबो में सफ़ेद हाथी साबित हुआ।
प्रशासन के लाखों रुपए आज इस मशरूम गुमटी के टूटने से स्वाह हो गए। कहीं न कहीं ठेकेदार की कार्यप्रणाली भी सवालों के घेरे में आती है। गनीमत यह रही की कोरोना कर्फ्यू के चलते कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। सामान्य दिनों में यह हजोरों की संख्या में लोगों की आवाजाही रहती है।
अब यह गुमटी तो टूट ही गई है, लेकिन अब प्रशासन को चाहिए कि जिस भी तरह की यह नई गुमटी बनाई जाती है वह ट्रैफिक पुलिस की सुविधा के अनुसार बनाई जाए ताकि पुलिस कर्मी इसके निचे खड़े होकर धुप व बारिश से बच सके।