शिमला, 27 मई : हिमाचल प्रदेश में गर्मी का प्रकोप बढ़ गया है। गुरुवार को मैदानी इलाकों में पारा 42 डिग्री सेल्सियस के भी पार जा पहुंचा तथा सीजन का सबसे गर्म दिन रहा। गर्मी के तेवरों से दिन में लोगों के पसीने छूट गए। सूरज ढलने के बाद भी गर्मी का असर कम नहीं हो रहा है। बीते चार-पांच दिनों से सूबे में गर्मी कहर बरपा रही है। इससे जंगलों में आगजनी की घटनाओं में भी बढ़ौतरी हुई है। मैदानों में गर्मी के प्रकोप से लोग बेहाल हो गए हैं और बादलों के बरसने का इंतजार कर रहे हैं। बहरहाल अगले 2 दिन राज्य में गर्मी के कहर से निजात नहीं मिलेगी।

मौसम विभाग ने 30 मई से बारिश की संभावना जताई है। ऊना में वीरवार को राज्य में सबसे गर्म रहा, जहां दिन का तापमान 42.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। इसके अलावा बिलासपुर में पारा 40 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ है। राजधानी शिमला में भी गर्मी के तेवर तीखे रहे और यहां अधिकतम तापमान 27.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। इसी तरह हमीरपुर व कांगड़ा में अधिकतम तापमान 38.4 डिग्री, सुंदरनगर में 36.7 डिग्री, चंबा व नाहन में 35.6 डिग्री, भुंतर में 35.3 डिग्री, सोलन में 34 डिग्री, धर्मशाला में 30.2 डिग्री, कल्पा में 24.6 डिग्री, डल्हौजी में 23.5 डिग्री और केलंग में 19.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ है।
इस बीच आगामी दिनों में प्रदेश में बादलों के बरसने की संभावना है। इससे लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी। मौसम विभाग के अनुसार 30 मई से 2 जून तक प्रदेश में बारिश व बर्फबारी होने के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि दो दिन बाद पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से मौसम में परिवर्तन आएगा। उन्होंने कहा कि 30 मई को मध्य पर्वतीय इलाकों में बारिश व उच्च पर्वतीय इलाकों में बारिश-बर्फबारी का अनुमान है। इन क्षेत्रों में 2 जून तक मौसम खराब रहेगा। वहीं मैदानी भागों में 1 व 2 जून को गरज के साथ बारिश की संभावना है।