मंडी, 27 मई : शिमला के बाद अब मंडी में भी पूर्व मंत्री जीएस बाली का पोस्टर फाड़ने का मामला सामने आया है। जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यालय वाले गांधी भवन की दीवार पर एक सप्ताह से टंगा जीएस बाली का पोस्टर बीती रात को किसी ने फाड़ दिया। हालांकि अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि पोस्टर किसने फाड़ा है, लेकिन इस हरकत के बाद से राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है।

ज्ञात रहे कि शिमला में भी जीएस बाली के पोस्टर फाड़े गए थे और अब दोबारा से जो पोस्टर लगाए गए हैं उनमें वीरभद्र सिंह का फोटो भी जोड़ा गया है। मंडी में भी जो पोस्टर लगा था उसमें वीरभद्र सिंह का फोटो नहीं था। यही नहीं मंडी की राजनीति में अपना अलग जनाधार रखने वाले पंडित सुखराम और कौल सिंह ठाकुर के फोटो भी इसमें से गायब थे। अब यह समझ से परे है कि पोस्टर फाड़ने की घटना को मंडी में किस नेता के समर्थक ने अंजाम दिया।
बता दें कि जीएस बाली को कोरोना रिलीफ कमेटी का प्रदेश प्रभारी बनाया गया है। इसका प्रभारी बनने के बाद जीएस बाली के समर्थकों ने जगह-जगह यह पोस्टर लगा दिए हैं। लेकिन इन पोस्टरों से कांग्रेस के सबसे दिग्गज नेता वीरभद्र सिंह के फोटो गायब हैं, जिसके बाद से इनके फटने का सिलसिला शुरू हो गया है।
सीसीटीवी फुटेज खंगाल कर लगाएंगे शरारत करने वाले का पता…
मंडी जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री प्रकाश चौधरी से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने इस घटना को शर्मनाक बताया। उन्होंने कहा कि पोस्टर चाहे किसी का भी हो, लेकिन उसे फाड़ना सही बात नहीं है। इससे हम आपसी लड़ाई को भी उजागर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी फुटेज खंगालने को बोल दिया गया है, ताकि ऐसी हरकत करने वाले का पता लगाया जा सके।