ऊना, 26 मई : चिंतपूर्णी क्षेत्र के समीप रेडड़ी-फडड़ी लगाकर आजीविका कमा रहे एक प्रवासी युवक व उसके परिवार पर उस समय मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा, जब प्रवासी युवक की 35 वर्षीय पत्नी की अचानक तबीयत बिगड़ने से दुखद मौत हो गई।

गरीबी की मार झेल रहे इस परिवार के लिए यह दुखद समाचार दोहरी चोट पहुंचाने वाला था। पीड़ित परिवार के पास मृतक का अंतिम संस्कार करने का भी सामर्थ्य न था, लेकिन इस मुश्किल दौर में ऊना जनहित मोर्चा के सदस्य फरिश्ते बनकर इस परिवार की मदद के लिए आगे आए है। जनहित मोर्चा न केवल परिवार को ढांढस बंधाया, अपितु अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी से लेकर सामग्री तक का इंतजाम तो किया ही, स्वयं स्वर्गधाम पहुंचकर संस्कार करवा कर मानवता के धर्म का परिचय दिया। वहीं, मृतक के अस्थि विसर्जन के लिए सभी व्यवस्थाएं कर दी है।
अध्यक्ष राजीव ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि प्रेस क्लब के अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा से उन्हें इस मामले की जानकारी मिली कि चिंतपूर्णी में एक प्रवासी युवक अमरनाथ बीती रात अपनी 35 वर्षीय पत्नी की तबीयत खराब होने पर उसे क्षेत्रीय अस्पताल लाया, यहां पर उसकी दुखद मृत्यु हो गई। उक्त युवक पिछले 15 सालों से चिंतपूर्णी के समीप रेहड़ी लगाकर अपनी आजीविका कमा गुजर बसर कर रहा है। उसके 11 व 8 साल के दो छोटे-छोटे बच्चे है, जोकि घर पर है, लेकिन उन्हें भी आभास नहीं है कि अब उनकी मां कभी भी वापस नहीं लौटेगी।
अमरनाथ के पास पत्नी के अंतिम संस्कार का भी सामर्थ्य नही है तथा इस बाबत पंचायत प्रधान डूहल बगवालां राजेश शर्मा ने प्रेस क्लब प्रधान सुरेंद्र शर्मा को फोन कर कहा कि गांव के लोग मदद तो कर रहे लेकिन क्या मृतक महिला का संस्कार ऊना हो सकता है। जिसके बाद उन्होंने मोर्चा के अध्यक्ष राजीव व सदस्य बलविंदर गोल्डी के साथ संपर्क किया।
राजीव ने बताया कि जनहित मोर्चा के चेयरमेन हरि गुप्ता ने टीम के साथ यह संस्कार प्रक्रिया पूरी की। उन्होंने कहा कि ऊना जनहित मोर्चा नि:स्वार्थ सेवा के कार्य करता रहेगा। पीड़ित परिवार की हर संभव मदद की जाएगी।