बिलासपुर,26 मई : जनपद में स्वास्थ्य विभाग का एक कर्मचारी ने फर्जी तरीके से फॉर्म भरकर 44 साल से कम उम्र की युवती को बुधवार को अस्पताल में कोरोना की वैक्सीन लगवाई। फॉर्म पर वैक्सीनेशन को लेकर मेडिकल स्टोर की ही स्टैंप लगी थी। जबकि केमिस्ट शॉप वर्कर को वैक्सीन लगाने के लिए ड्रग इंस्पेक्टर की मोहर आवश्यक है।
18 से 44 वर्ष तक के लोगों को टीकाकरण की अगली तिथि 27 मई है। लोग वैक्सीनेशन लगवाने के लिए बुकिंग स्लॉट पर घंटों बैठे रहते हैं। परंतु फिर भी उनकी बुकिंग नहीं हो पाती है। लेकिन अस्पताल में अपने चहेतों को फायदा पहुंचाने के लिए फर्जी तरीके से वैक्सीन लगवा रहे है।
बुधवार को स्वास्थ्य विभाग के एक कर्मचारी ने एक मेडिकल स्टोर से फॉर्म लेकर अपनी पहचान वाली 22 साल युवती मुहैया करवा दिया। उसे कोविड वैक्सीन की पहली डोज़ दे दी गई। हालांकि न ही वो फ्रंट लाइन वर्कर है और न ही किसी मेडिकल शॉप पर काम करती है। इसके अलावा मिली जानकारी अनुसार एक केमिस्ट के पूरे परिवार को वैक्सीन लगाई गई। जबकि ये भी नियमों के खिलाफ है।डीसी रोहित जम्वाल ने बताया कि मामले में जल्द ही उचित कार्रवाई की जाएगी।