सोलन, 26 मई : कोरोना की दूसरी लहर के तांडव के बीच कुछ दिन पहले कांगड़ा जिला में बेटे द्वारा मां के शव को अंतिम संस्कार के लिए कंधे पर उठाकर ले जाने की तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी। इससे शासन-प्रशासन में हडक़म्प मच गया था।
प्रदेश सरकार ने प्रशासन को सख्त निर्देश दिये थे कि कोरोना मरीजों के शवों का दाह संस्कार स्थानीय प्रशासन की निगरानी में किया जाए। अब सोलन जिला के कसौली में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां परिजनों ने कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर मरीज के शव का अंतिम संस्कार कर पूरे गांव की जान जोखिम में डालने का प्रयास किया।
अंतिम संस्कार की प्रक्रिया के दौरान परिजनों ने न केवल कोविड नियमों की अवहेलना की बल्कि प्रशासन के आदेश पर परिजनों के घर पर पीपीई किट देने पहुंचे राजस्व कर्मी के साथ बदसलूकी भी की। एसडीएम कसौली की तहरीर पर पुलिस ने मृतक के परिजनों के विरुद्ध केस दर्ज किया है।
मामले के अनुसार सोलन के कसौली के रहने वाले एक व्यक्ति की 24 मई को उनके आवास पर मृत्यु हो गई। वह गत 7 मई को कोरोना पॉजिटिव आने पर अपने घर में होम आइसोलेशन में था। 12 मई को कोरोना मरीज के परिवार के सदस्यों का भी कोविड टेस्ट किया गया जिसमें मृतक के परिवार के 2 सदस्य भी पॉजिटिव पाए गए तथा इन्हें भी होम आइसोलेशन में रहने के निर्देश दिये गये थे। उक्त कोरोना मरीज की मौत पर प्रशासन के निर्देश के तहत स्थानीय पटवारी रुप दत्त मृतक के बेटे बलजीत सिंह को पीपीई किट व डेड बॉडी बैग देने के लिए उनके घर गए तथा उन्हें पार्थिव शरीर का अन्तिम संस्कार कोविड नियमावली के अंतर्गत करने को कहा।
शिकायत के मुताबिक बलजीत सिंह ने पटवारी रुपदत के साथ बदतमीजी की,अपने पद की धौंस दिखाई और पीपीई किट व डेड बाडी बैग लेने से इन्कार कर दिया। जिस पर पटवारी उनके घर पर डैड बाड़ी बैग व पीपीई किट छोड़ आया।
पटवारी ने बलजीत सिंह व उनके परिवार को सख्त हिदायत दी कि मृतक शरीर का दाह संस्कार 25 मई की सुबह आठ बजे प्रशासन की देख रेख में किया जाए। एसडीएम के आदेश पर थाना प्रभारी कसौली ने भी फोन कर बलजीत व उसके परिवार को पूर्ण कोविड प्रोटोकॉल के अन्तर्गत मृतक के शव का अंतिम संस्कार करने के निर्देश दिए थे।
शिकायत में कहा गया है कि बलजीत सिंह व उसके परिवार के अन्य सदस्य कोविड नियमों को दर किनार करते हुये मृतक के पार्थिव शरीर का अन्तिम संस्कार के लिए 25 मई की सुबह 6.45 बजे कर दिया। जिसकी सूचना उन्होंने न ही ग्राम पंचायत व न ही प्रशासन को दी।
कसौली के एसडीएम संजीव कुमार धीमान ने शिकायत पत्र में कहा है कि मृतक का अंतिम संस्कार कोविड नियमों तथा कोविड प्रोटोकॉल के विरुद्ध हुआ, जिसमें 15 से 20 लोग उपस्थित थे। ऐसे में बलजीत सिंह व उसके परिवार के सदस्यों द्वारा कोविड नियमों की उल्लंघना जानबूझकर की गई, जिससे आसपास के क्षेत्र में कोरोना वायरस संक्रमण के फैलने की सम्भावना बढ़ गई है तथा बलजीत सिंह व उसके परिवार के अन्य सदस्यों द्वारा सम्पूर्ण गांव की जान जोखिम में डालने का प्रयास किया गया।
बहरहाल कसौली पुलिस इस मामले में आगामी कार्रवाई कर रही है।