शिमला, 26 मई : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने प्रदेश के कॉलेजों में शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने की मांग उठाई है। परिषद के प्रांत सह मंत्री विक्रांत चौहान ने मंगलवार को कहा कि प्रदेश के अधिकांश महाविद्यालयों में शिक्षकों के पद रिक्त पड़े हैं जिसके कारण छात्रों को शिक्षा ग्रहण करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

उन्होंने कहा की प्रदेश सरकार ने अभी तक कॉलेज कैडर के लिए शिक्षको की भर्तियां भरी समस्या का समाधान नहीं किया है जिसके कारण छात्रों को शिक्षा ग्रहण करने में समस्या हो रही है और उन हजारों छात्रों के साथ धोखा हो रहा है, जिन्होंने शिक्षक पद हेतु अपनी सभी दक्षता और सभी योग्यताओं को हासिल किया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार को शिक्षा की उत्तम व्यवस्था और लाखो छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए इस ओर उचित कदम उठाने चाहिए।
उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने अभी तक पिछले वर्ष में दिनांक 22 नवंबर को हुई राज्य पात्रता परीक्षा का परिणाम अभी तक घोषित नहीं हुआ है। रोजाना छात्र परिणाम का इंतजार कर रहे हैं जिस कारण आगामी शिक्षा और आगामी भविष्य को लेकर छात्रों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
विक्रांत चौहान ने कहा कि एक साल का लंबा समय बीत जाने के बावजूद भी परिणाम घोषित नहीं हुआ है जिस कारण छात्रों में रोष है। कहा कि प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू लगा है कर्फ्यू के बाद प्रदेश सरकार प्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी की ओर ध्यान केंद्रित करते हुए और प्रदेश के सभी महाविद्यालयों की शिक्षकों की कमी को देखते हुए कॉलेज कैडर के लिए शिक्षकों के पदों हेतु भर्तियां निकाली जाए और एक साल का लंबा समय बीत जाने के बाद भी राज्य पात्रता परीक्षा के लंबित परिणाम को शीघ्र घोषित किया जाए।