नाहन, 25 मई: डॉ. यशवंत सिंह परमार मेडिकल कॉलेज में महामारी के दृष्टिगत अस्पताल में जहां 30 बिस्तरों वाले ‘‘पीडियेट्रिक कोविड सेंटर’’ विकसित करने का कार्य चल रहा है, वहीं यह भी निर्णय लिया गया कि अस्पताल के आईसीयू/सीसीयू को कोविड सीसीयू में तब्दील किया जाएगा। जिसके प्रोटोकॉल के अनुसार परिवर्तित करने का कार्य शुरू कर दिया गया है, जिसमें आईसीयू के 9 बेड शुरू किए जाएंगे।

विधायक एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने डॉ. यशवंत सिंह परमार मेडिकल कॉलेज में कोविड के दृष्टिगत एक जरूरी बैठक ली, जिसमें प्रधानाचार्य डॉ. एन.के. महेन्द्रू , मेडिकल अधीक्षक डॉ. श्याम कौशिक, संयुक्त निदेशक विवेक शर्मा व अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन सप्लाई को और बेहतर एवं सुदृढ़ किया जा रहा है। अस्पताल में ऑक्सीजन की बढ़ती खपत को देखते हुए डी-टाईप ऑक्सीजन सिलेंडर की संख्या बढ़ाने का निर्णय भी किया गया है। वर्तमान में अस्पताल में 300 एलपीजी ऑक्सीजन प्लांट के साथ 100 से 150 डी-टाईप सिलेंडरों की प्रतिदिन खपत हो रही है।
डॉ. बिंदल ने बताया कि मंगलवार की बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि कोई भी मरीज किसी भी समय अस्पताल में उपचार के लिए आएगा तो उसे आवश्यकता होने पर भर्ती किया जाएगा। डॉ. बिंदल ने कहा कि जिला सिरमौर के गंभीर रोगी जो पूर्व में आईजीएमसी शिमला भेजे जा रहे थे, अब अधिकतर रोगियों का इलाज नाहन मेडिकल कॉलेज में ही किया जा रहा है। डॉ. राजीव बिंदल ने कहा- ‘‘कोविड वायरस की गंभीरता अत्यंत ज्यादा होने के कारण छाती पर तेज हमला होता है व रोगी की सांसे फूलने लगती हैं, इसलिए रोग बढ़ने से पहले ही हमें उचित उपचार, सावधानियां व बचाव करना जरूरी है।