सोलन,25 मई : देश में कोरोना की दूसरी लहर में दुनिया भर के मुकाबले 45 प्रतिशत संक्रमण के मामले भारत में आ रहे हैं। लेकिन हिमाचल में 18 वर्ष से 45 वर्ष आयु वालो के लिए टीका लगाने के लिए स्लॉट बुक करना “कौन बनेगा करोड़पति में फास्टर फिंगर फर्स्ट” से भी मुश्किल हो गया है। एक मिनट में स्लॉट बुक हो जाते हैं। कोविन पोर्टल में ग्रामीण क्षेत्रों के पीएचसी के पिन कोड गलत अपलोड कर दिए गए है। इस कारण आम लोग भी वैक्सीन के लिए स्लॉट बुक करने में विफल हो रहे है। इससे सरकार की खामियां भी उजागर हुई है।

कोविन पोर्टल में ग्रामीण क्षेत्रों की पीएचसी. व सीएचसी के पिन कोड को गलत दर्ज किया है। फिलहाल दो टीकाकरण केंद्रों के गलत पिन कोड दर्ज होने की बात सामने आई है। यह दोनों टीकाकरण केंद्र सोलन की अर्की उपमंडल के पीएचसी. डुमैहर व बसंतपुर है। हाल ही में शाम 5 बजे स्लॉट बुक करने के लिए कोविन पोर्टल ओपन हुआ, लेकिन पोर्टल में डुमैहर व बसंतपुर का पिन कोड गलत था। पोर्टल में इन दो अस्पतालों का पिन कोड कंडाघाट तहसील के कुफ्टू का दर्शाया जा रहा था। मांग है कि सरकार को पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन का प्रबंध करना चाहिए ताकि सभी लोगों का टीकाकरण हो सके। घटना की जांच होनी चाहिए, ताकि दोबारा इस तरह की चूक न हो।
वैक्सीन के स्लॉट बुकिंग को लेकर गला काट प्रतियोगिता चली हुई है, इससे तो ऐसा लग रहा है कि इन लोगों को वैक्सीन के लिए रामभरोसे ही छोड़ दिया है। टीकाकरण अभियान एक मजाक बनकर रह गया है। हिमाचल प्रदेश में आज भी सभी लोगों के पास स्मार्टफोन नहीं है। प्रदेश का भौगोलिक स्थिति मैदानी राज्यों से अलग है।
पहाड़ी राज्य होने के कारण गांव में सिग्नल की समस्या है। 18 से 44 आयु वर्ग के जिन लोगों के पास स्मार्ट फोन ही नहीं है, उनके लिए वैक्सीन के लिए स्लॉट बुक करना नामुमकिन है। जिन क्षेत्रों में सिग्नल की समस्या है, वहां पर जब तक सिग्नल जुड़ता है तब तक सभी स्लॉट बुक हो चूका होता है।
यदि इसी गति से यह अभियान चलता रहा तो 18 से 44 वर्ष की पूरी जनंसख्या को कवर करने में करीब दो वर्ष से भी अधिक का समय लग सकता है जबकि कोरोना की तीसरी लहर की संभवाना अक्तूबर में व्यक्त की जा रही है। अनुमान है कि ये 2-18 आयु वर्ग के बच्चों के लिए ज्यादा खतरनाक है। हालांकि प्रदेश सरकार ने सिरिम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में 73 लाख कोविड शिल्ड वैक्सीन की बुकिंग की है। वहां से वैक्सीन की आपूर्ति होने के बाद ही प्रदेश में टीकाकरण रफ्तार पकड़ेगा।