सोलन/शिमला, 22 मई : हिमाचल में ब्लैक फंगस का दूसरा मामला सामने आया है। ये मामला अर्की से जुड़ा है। शनिवार को संक्रमित महिला को आइजीएमसी में ऑपरेट कर लिया गया है। महिला ब्लैक फंगस से संक्रमित पाई गई थी।

आईजीएमसी के डिप्टी एमएस राहुल गुप्ता ने कहा कि अर्की से आई महिला को ऑपरेट कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि नेरचौक से शिफ्ट की महिला का ऑपरेशन नहीं हो पाया है ,क्योंकि महिला का बीपी व शुगर स्थिर नहीं है।
सोलन से आई महिला की हालत ठीक है। उन्होंने कहा कि कोरोना मरीजों को ब्लैक फंगस अधिक प्रभावित करता है। आम लोगों में ब्लॉक फंगस प्रभावशाली नहीं होता। ब्लैक फंगस पहले भी कई जगह विद्यमान था। लेकिन कोरोना के मरीज़ो को अधिक प्रभावित करता हैं। उन्होंने बताया कि ब्लैक फंगस शरीर मे नाक के द्वारा होता है, सबसे पहला लक्षण नाक बंद और नाक से खून आना रहता है। वहीं इसके बाद आंखों को भी प्रभावित करता है।
आंखों में जलन व लाल होने के बाद चेहरे पर काले धब्बे तब आते है जब ब्लैक फंगस अधिक हो जाए। ऐसे में शरीर के हिस्से को काटना भी पड़ सकता है। दिमाग में चले जाने से ये काफी घातक हो सकता है। डॉ राहुल गुप्ता ने कहा कि जो कोरोना के मरीज हैं, उन्हें खानपान में सबसे ज्यादा ध्यान देना चाहिए। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना चाहिए।