शिमला/धर्मशाला, 22 मई : हिमाचल प्रदेश में कोरोना संक्रमितों (होम आइसोलेशन) को अब “संजीवनी किट” मिलेगी। खास बात यह है कि इसमें सरकार का महिमामंडन भी चस्पा होगा। साथ ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की तस्वीर भी लगी है। लाजमी तौर पर सरकार कोविड की दूसरी लहर को काबू करने के लिए सरकार भरसक कोशिश कर रही है, लेकिन “संजीवनी किट” के वितरण से जुड़ी जो तस्वीरें सामने आई हैं, वह भी कई तरह के सवाल पैदा करती है।

सवाल यह उठता है कि वैश्विक महामारी के दौरान वितरित की जाने वाली सामग्री के जरिए भी सरकार कोई राजनीतिक फायदा तलाश रही है या फिर ये इत्तफाक है। इससे पहले भी सांसद अनुराग ठाकुर की तस्वीरों से लैस सामग्री लोगों तक पहुंचाए जाने की तस्वीरें सामने आई थी।
बता दें कि होम आइसोलेशन “संजीवनी किट” की लॉन्चिंग मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा धर्मशाला से की गई थी। शनिवार को राज्य स्तर पर होम आइसोलेशन मरीजों को किट का आवंटन शुरू कर दिया गया है। इसमें भी कोई दो राय नहीं है कि यह “संजीवनी किट” आम लोगों के लिए फायदेमंद होगी। इसके साथ ही आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को स्वयं सहायता पुस्तिका भी वितरित की जाएगी, जिसमें होम क्वॉरेंटाइन के रोगियों के लिए आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए गए हैं। साथ ही स्वास्थ्य की निगरानी करने संबंधी आवश्यक जानकारी दी गई है। यह प्रदेश की जनता को ही तय करना है कि “संजीवनी किट” के जरिये सरकार को इसका राजनीतिक फायदा मिलेगा या नहीं। किट में आक्सीमीटर,थर्मामीटर तथा दवाइयां होने की बात कही गई है।
बता दे कि हाल ही में दिल्ली से केंद्रीय राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी प्रदेश के हरेक जिला के लिए सामग्री भिजवाई गई थी इसके वाहन पर सांसद अनुराग ठाकुर की बड़ी तस्वीर चस्पा थी। उधर कांगड़ा जिला में होम आईसोलेशन में रह रहे कोरोना संक्रमितों के घरों तक संजीवनी किट पहुंचाने के लिए शनिवार से वितरण आरंभ कर दिया गया। प्रशासन की ओर से एडीएम रोहित ठाकुर तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी गुरदर्शन ने उपमंडल अधिकारियों एवं खंड चिकित्सा अधिकारियों को होम आइसोलेशन किट्स की सौंपी हैं। इसमें आक्सीमीटर, थर्मामीटर तथा आवश्यक दवाइयां पैक की गई हैं।
उपायुक्त कांगड़ा राकेश प्रजापति ने कहा कि कांगड़ा जिला में कोरोना संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी हुई है तथा होम आईसोलेशन में रोगियों की बेहतर देखभाल हो इस के लिए सरकार तथा प्रशासन की तरफ से “संजीवनी होम आईसोलेशन किट” तैयार की गई है जो प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग तथा जनप्रतिनिधियों के माध्यम से कोरोना संक्रमितो तक पहुंचाई जाएगी ताकि कोरोना संक्रमित घर में रहकर ही स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकें।