नाहन,22 मई: डा. यशवंत सिंह परमार मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नाहन में कोविड की ‘थर्ड वेव’ की संभावना के दृष्टिगत 30 बैडिड पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट तैयार करने की प्रक्रिया आरम्भ कर दी गई है। यह वार्ड शिशुओं के लिए सभी आवश्यक उपचार सुविधाएं जैसे वेंटिलेटर, ऑक्सीजन सप्लाई व अन्य मेडिकल उपकरणों से लैस होगा।

विधायक एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने यह जानकारी प्रदान करते हुए बताया कि हमारा मेडिकल कॉलेज कोरोना रोगियों के उपचार के लिए कार्य कर रहा है।
मेडिकल और पैरा मेडिकल स्टाफ दिन-रात रोगियों की सेवा में जुटे हैं। बिंदल ने कहा कि डाक्टर यशवंत सिंह परमार मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में शुरू में कोविड के मामले आने के समय 20 बेड की सुविधा थी, जिनमें सिलेंडर के माध्यम से ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही थी। जबकि वर्तमान में अस्पताल में 1.25 करोड़ रुपये की लागत से 300 एलपीएम आक्सीजन प्लांट के साथ 30 आईसीयू कोविड बैड सहित कुल 80 कोविड बैड की उपलब्धता के साथ रोगियों का उपचार किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि अस्पताल में कोविड रोगियों को प्रदेश सरकार द्वारा निशुल्क दवाइयां उपलब्ध करवाई जा रही हैं और विशेषज्ञ चिकित्सकों की सलाह पर जरूरतमंद कोविड रोगी को ‘‘रेमडिसिवर’’ दवा भी दी जा रही है। बिंदल ने कहा कि कोविड रोगियों की बेहतर देखभाल के लिए फौरी तौर पर 50 स्टाफ नर्स और 20 वार्ड ब्वायज की अस्थाई नियुक्ति की गई है। प्रदेश सरकार द्वारा हाल ही में 65 स्टाफ नर्सों की नियुक्ति कमीशन के माध्यम से मेडिकल कॉलेज में की गई हैं।
बिंदल ने बताया कि मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में ‘ब्लैक फंगस’ के मामलों को मॉनिटर करने के लिए चिकित्सकों की टीम नोटिफाई करके एक पैनल बना दिया है। इस पैनल में स्पेशलिस्ट ईएनटी, आई, डेंटल, सर्जरी, मेडिसिन, माइक्रोबायोलॉजी के एक्सपर्ट शामिल हैं। उन्होंने कहा कि कोविड पेशेंट में ब्लैक फंगस के संभावित खतरे के दृष्टिगत कोविड रोगियों की भी लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है।