शिमला, 20 मई : कोरोना की विकराल हो रही दूसरी लहर से निपटने की कवायद में स्वास्थ्य सेवाएं सुदृढ करने के लिए प्रदेश सरकार ने सूबे के मेडिकल कॉलेजों व अस्पतालों में 306 नई स्टाफ नर्सों की नियुक्तियां की हैं। प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर से हरी झंडी मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने इन नर्सों की तैनाती के आदेश जारी कर दिए हैं।

आदेशों के मुताबिक अकेले आईजीएमसी में ही 70 स्टाफ नर्सों को तैनात किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग में नई भर्तियों के साथ-साथ कोरोना के खिलाफ जंग में जुटे स्वास्थ्य विभाग ने कर्मचारियों की छुट्टियों को फिलहाल रद्द कर दिया है। साथ ही अस्पतालों व स्वास्थ्य केंद्रों में कार्यरत सरप्लस स्टाफ को भी इधर से उधर करने की कसरत शुरू हो गई है।
जयराम सरकार कोरोना काल में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने पर लगी है। अस्पतालों में स्टाफ की कमी को देखते हुए कोरोना काल में अस्थायी आधार पर भी नियुक्तियां की गई हैं। साथ ही प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से विगत में 700 से अधिक स्टाफ नर्सों को भरने की प्रक्रिया आरंभ हुई थी। इनमें से 306 की नियुक्ति हो गई है। स्टाफ नर्सों की नियुक्ति के बाद स्वास्थ्य विभाग ने इन्हें मेडिकल कॉलेजों व अस्पतालों में तैनाती दे दी है। अस्पतालों व मेडिकल कॉलेज में स्टाफ नर्सों की तैनाती के बाद कोरोना काल में महीनों से सेवाएं दे रही स्टाफ नर्सों का दबाव थोड़ा कम होगा।
गौर हो कि पूरा प्रदेश कोरोना संकट से जूझ रहा है। अस्पतालों में तैनात चिकित्सकों व अन्य स्टाफ पर काम का दबाव बढ़ता जा रहा है। अस्पतालों व मेडिकल कॉलेजों में चिकित्सकों की संख्या तो स्वीकृत कार्ड के मुताबिक लगभग ठीक मानी जा सकती है, मगर स्टाफ नर्सों के साथ-साथ तकनीकी कर्मचारियों की कमी है।