नाहन, 19 मई : क्या आप विश्वास करेंगे कि 19 मई 2021 को ऐतिहासिक शहर में नवंबर के महीने की तरह फीलिंग आ रही है। हालांकि ऊनी वस्त्र नहीं पहने गए थे, लेकिन अगर पहन भी लिए जाते तो भी गर्मी वाला एहसास नहीं होना था। दिनभर बारिश ने तापमान की गिरावट में खास भूमिका निभाई। शाम तक भी बारिश का सिलसिला जारी था।

हालांकि मई 2020 में भी लॉकडाउन के दौरान तापमान में लगातार गिरावट रहने की वजह से काफी कम एसी चले थे, पंखे भी कम ही स्विच ऑन हुए थे। लेकिन इस बार तो शहर में कुदरत ने अलग ही रंग दिखा रखा है। बुधवार सुबह से ही सूर्य देवता के दर्शन नहीं हुए। शाम होते-होते शहर के कई इलाकों में धुंध भी फैली हुई थी। लोग बेशक ही घरों में कैद थे, मगर ठंडी का अहसास उन्हें हो रहा था। दिलचस्प बात यह थी कि जहां मई के महीने में एयर कंडीशन फुल स्विंग में होते थे, वही अधिकांश शहर के लोगों ने शाम के वक्त पंखे ही बंद कर दिए।
बताते हैं कि दशकों पहले ऐतिहासिक शहर का एक अपना अलग ही मौसम हुआ करता था। मामूली सा तापमान बढ़ने पर बारिश की बौछारें इसमें गिरावट ले आती थी, लेकिन विस्तारीकरण की होड़ में शहर में अपने पुराने वैभव को खो दिया। अब कुछ लोग यह भी मानने लगे हैं कि 2020 के बाद अब 2021 में भी लॉकडाउन का असर मौसम पर पड़ा है। कुदरत भी सुकून महसूस कर रही हैं। उल्लेखनीय है कि इन दिनों शहर के बाजार सुबह 9:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक खुलते हैं।
इसके बाद आवाजाही पूरी तरह से प्रतिबंधित है। वैसे पुलिस अपनी ड्यूटी कर रही है, लेकिन वैश्विक महामारी ने लोगों को खुद भी अनुशासित कर दिया है क्योंकि यहां खतरा दूसरे के जीवन का नहीं बल्कि अपने जीवन का है। पुलिस अगर सख्ती न भी करे तो कर्फ्यू की कामयाबी 90 फीसदी तक तय है। खैर, शहर का अनोखा वेदर हर किसी के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है।
उधर बताया यह भी गया कि शहर से 3 किलोमीटर के बाद मौसम के मिजाज कुछ और ही थे।आमूमन इस समय शहर का तापमान 35 डिग्री पार हो जाता था लेकिन बुधवार को तो 25 डिग्री से आगे नहीं गया।